मैच देखने के बाद वापस लौट रहे 10 हजार के लगभग प्रशंसकों ने अपना गुस्सा प्रमुख रुप से सरकारी चीजों पर उतारा और जमकर तोड़फोड़ की, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए पानी की बौछारों का उपयोग कर भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश की। पुलिस ने एफिल टावर के अलावा स्टेड डि फ्रांस स्टेडियम के पास से भी प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया।
इस टूर्नामेंट में खिताबी जीत के साथ ही फ्रांस के लोग एक शानदार जीत का जश्न मनाना चाहते थे। समर्थक लेबर लॉ के खिलाफ हड़ताल और हिंसक प्रदर्शन तथा गत नवंबर में पेरिस में कई जगहों पर इस्लामिक आतंकवादी हमले में मारे गये 130 लोगों के शोक से बाहर निकलना चाहते थे लेकिन यह सपना पूरा नहीं हो सका। इससे पहले यूरो कप की शुरुआत में रूस और इंग्लैंड के समर्थक भी आपस में भिड़ गए थे जिसमें करीब 35 घायल हो गए थे। (वार्ता)