तमाम उम्मीदों और अपेक्षाओं के साथ भारत ने रियो में अब तक का अपना सबसे बड़ा 117 एथलीटों का बड़ा दल उतारा था लेकिन अंतत: उसे मात्र दो पदकों से ही संतोष करना पड़ा। केन्द्रीय खेल मंत्री विजय गोयल ने बताया कि इस संबंध में प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और इस प्रक्रिया के तहत खेल मंत्री ने रियो में हिस्सा लेने वाले प्रत्येक एथलीट को व्यक्तिगत रूप से अपने सुझाव भेजने के लिए पत्र लिखा गया है।
खेल मंत्री ने पत्र में कहा कि एथलीटों को अपने सुझाव या अनुभव साझा करने में किसी प्रकार का दबाव नहीं महसूस करना चाहिए। उन्हें अपने अनुभव व्यक्तिगत रूप से या ईमेल के जरिए भेजने के लिए स्वतंत्र रहना चाहिए। प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को विश्व स्तरीय बनाने और खेल के संरचनात्मक विकास के लिए यह बेहद जरूरी है कि सभी एथलीट अपने अनुभव तथा सुझाव साझा करें।
मंत्रालय ने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) को भी रियो में खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर अपना सुझाव देने के लिए पत्र लिखा ताकि इसकी व्यापक स्तर पर समीक्षा की जा सके और भविष्य के लिए अपनी योजनाएं तैयार कर सकें। खेल मंत्री इस संबंध में जल्द ही आईओए तथा राष्ट्रीय खेल महासंघ के साथ बैठक करेंगे, जिसका उद्देश्य भविष्य के लिए सुधार करना है।
इस महीने की 17 तारीख को खेल मंत्री हैदराबाद स्थित गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी जाएंगे, जहां वह खिलाड़ियों, कोचों तथा अन्य खेल अधिकारियों से मिलेंगे। वह इस दौरान साई सेंटर भी जाएंगे। (वार्ता)