गोपीचंद ने यहां ग्रेटर नोएडा में अपनी अंतरराष्ट्रीय अकादमी लांच करने के मौके पर पत्रकारों से कहा कि मेरा मानना है कि ड्रॉ मायने नहीं रखता, अगर आप सचमुच पदक पर निगाह लगाए हो। आपके भले ही शुरू में या फिर क्वार्टर फाइनल राउंड खराब जा सकते हैं इसलिए मैं इस बारे में चिंतित नहीं हूं। मैं जानता हूं कि तैयारियां काफी अच्छी चल रही हैं।
उन्होंने कहा कि इस बार हमारा काफी बड़ा दल है। हमारे पुरुष युगल शटलरों ने भी महिला युगल खिलाड़ियों के साथ क्वालीफाई किया है। हमारे पास साइना है जिसने लंदन में पदक जीता था, जो काफी अनुभवी खिलाड़ी है। हमारे पास के. श्रीकांत और पीवी सिंधु हैं जिनके पास भी मौका है। मेरा मानना है कि ओलंपिक में होने वाले दबाव में लगातार 2 अच्छे मैच जीतकर ऐसा हो सकता है, क्योंकि कुछ भी संभव है।