पाकिस्तान क्यों शोक में डूबा, जानिये

शनिवार, 4 जुलाई 2015 (00:00 IST)
कराची। पाकिस्तान का हॉकी समुदाय शुक्रवार को शोक में डूब गया, जब राष्ट्रीय हॉकी टीम ओलंपिक के इतिहास में पहली बार खेलों के महाकुंभ में क्वालीफाई करने में नाकाम रही।
एक समय खेल की सबसे ताकतवर टीमों में शुमार रही पाकिस्तान की पुरुष हॉकी टीम आज यहां विश्व लीग सेमीफाइनल्स के प्ले आफ मुकाबले में आयरलैंड के हाथों 0-1 से उलटफेर का शिकार होकर अगले साल होने वाले रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने में नाकाम रही।
 
पूर्व कप्तान और ओलंपियन समीउल्लाह ने कहा, ‘यह पाकिस्तान हॉकी के सबसे शर्मनाक दिनों में से एक है। अगर पाकिस्तान हॉकी महासंघ के अधिकारियों, टीम प्रबंधन और चयनकर्ताओं में थोड़ा भी आत्म सम्मान है तो उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।' 
 
उन्होंने कहा, ‘मैं सरकार से अपील करता है कि हॉकी की मौजूदा बदतर स्थिति पर ध्यान दें और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को बर्खास्त करें।’ लोगों में नाराजगी इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि पीएचएफ के मौजूदा अध्यक्ष और सचिव के अलावा पूर्व सचिव आसिफ बाजवा भी बेल्जियम में हैं।
 
कहा जा रहा है कि ये सभी पीएचएफ के खर्चे पर बैठक में हिस्सा लेने गए हैं जबकि इससे पहले पीएचएफ टीम को ओलंपिक क्वालीफायर में भेजने के लिए सरकार और प्रायोजकों से वित्तीय मदद की गुहार लगा रहा था।
 
पाकिस्तान की टीम इससे पहले पिछले साल इतिहास में पहली बार विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने में नाकाम रही थी। एंटवर्प में पाकिस्तान के ग्रेट ब्रिटेन के हाथों शिकस्त के साथ ही टेलीविजन पर राष्ट्रीय चयनकर्ता के रूप में इस्तीफा देने वाले ओलंपियन अयाज मोहम्मद ने कहा कि यह पाकिस्तान हॉकी का काला दिन है।
 
पूर्व ओलंपिक और सेंटर फारवर्ड हसन सरदार ने कहा कि हॉकी आज पाकिस्तान में अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है क्योंकि सरकार ने खेल को गंभीरता से नहीं लिया और अक्षम लोगों को देश में खेल को नष्ट करने दिया। (भाषा)

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