पैरालंपिक विजेता भी 'खेल रत्न' के हकदार : विजय गोयल

रविवार, 18 सितम्बर 2016 (20:15 IST)
हैदराबाद। केंद्रीय खेलमंत्री विजय गोयल ने अपने पिछले बयान से पलटते हुए कहा है कि ओलंपिक पदक विजेताओं की तरह ही पैरालंपिक पदक विजेता भी 'खेल रत्न' के हकदार होंगे और वे इस मामले को आगे तक लेकर जाएंगे।              
देश की खेल नीति के अनुसार, ओलंपिक आयोजन के वर्ष में ओलंपिक में पदक जीतने वाला कोई भी खिलाड़ी सीधे-सीधे खेल रत्न का हकदार हो जाता है। गोयल ने यहां पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी का दौरा करने के बाद कहा, पैरालंपिक पदक विजेताओं के साथ भी ओलंपिक पदक विजेताओं की तरह ही व्यवहार किया जाएगा। अगले वर्ष से वे भी खेल रत्न प्राप्त कर सकेंगे। अपने दौरे के दौरान गोयल ने गोपीचंद और रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधू से भी मुलाकात की। 
        
खेलमंत्री ने कहा, मेरा मानना है कि ओलंपिक पदक जीतना खेल रत्न से भी बड़ी उपलब्धि है। पीवी सिंधू की ही बात करते हैं। सिंधू भी यही कहती हैं कि ओलंपिक पदक जीतना खेल रत्न से बड़ा पुरस्कार है। पैरालंपिक एथलीटों ने देश का बहुत सम्मान बढ़ाया है। हमें उन पर गर्व है और उन्हें भी ओलंपिक विजेताओं की तरह ही सम्मानित किया जाएगा।
         
साइना नेहवाल और योगेश्वर दत्त के चोटिल होने के बावजूद रियो ओलंपिक में भाग लेने के बारे में पूछे जाने पर गोयल ने कहा, ऐसे समय में सार्वजनिक रूप से इस बात का खुलासा नहीं किया जा सकता, लेकिन इस बारे में जांच को लेकर हम गंभीर है। इस बारे में हमें कुछ पहलुओं पर आत्मविश्लेषण करना होगा और जल्द ही इस बारे में रिपोर्ट सामने आ जाएगी।
        
खेलमंत्री ने इससे पहले कहा था, हमारे पैरा-एथलीटों ने जारी रियो पैरालंपिक में अब तक चार पदक जीत लिए हैं और देश को गौरवान्वित किया है। लेकिन जहां तक खेल रत्न पुरस्कार की बात है तो पैरालंपिक के मामले में अभी ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है। हम मंत्रालय में इस मुद्दे को उठाएंगे। (वार्ता) 

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