ओजीक्यू की विज्ञप्ति के अनुसार कि हमारे रिसर्च और अनुभव से पता चलता है कि विदेशी कोचों के पास तकनीक, रणनीति बनाने और अभ्यास के तरीकों की आधुनिक जानकारी होती है। यह जरूरी है कि इसका लाभ भारतीय खिलाड़ियों को ओलंपिक की तैयारी
के लिए मिले।
इन कोचों में इंग्लैंड के चार्ल्स एटकिंसन (मुक्केबाजी), कोरिया के किम हेगियोंग (तीरंदाजी), जॉर्जिया के ब्लादीमिर एम. (कुश्ती) और कोरिया के किम सियोनिल, जर्मनी के मुंखबायर डी, हंगरी के लाज्लो कुजाक और स्लोवाक गणराज्य के एंटोन बेलाक (निशानेबाजी) शामिल हैं। (भाषा)