विंबलडन उपविजेता केविन एंडरसन को टूर्नामेंट में खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। प्रजनेश 2018 के शानदार प्रदर्शन को जारी रखना चाहते हैं जबकि रामकुमार अपने प्रदर्शन में सुधार करना चाहेंगे। भारत के 2 शहरों में हुए इस एटीपी 250 टूर्नामेंट के इतिहास में कभी कोई घरेलू खिलाड़ी एकल वर्ग का खिताब नहीं जीत पाया है। वर्ष 2009 में चेन्नई में सोमदेव देववर्मन का उपविजेता बनना मेजबान देश का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
प्रजनेश और रामकुमार से इतिहास रचने की उम्मीद करना गलत होगा लेकिन इन दोनों खिलाड़ियों में शीर्ष खिलाड़ियों को चुनौती देने की क्षमता है। बाएं हाथ के 29 साल के खिलाड़ी प्रजनेश अपनी चुनौती की शुरुआत अमेरिका के दुनिया के 103वें नंबर के खिलाड़ी माइकल मोह के खिलाफ करेंगे जबकि रामकुमार को पहले दौर में स्पेन के दुनिया के 97वें नंबर के खिलाड़ी मार्सेल ग्रेनोलर्स का सामना करना है। स्थानीय खिलाड़ी अर्जुन काधे को पहले दौर में दुनिया के 94वें नंबर के खिलाड़ी सर्बिया के लास्लो जेरे से भिड़ना है।
युगल में रोहन बोपन्ना और दिविज शरण पहली बार, जोड़ी बनाकर खेलेंगे। इन दोनों ने टोकियो ओलंपिक 2020 को ध्यान में रखते हुए जोड़ी बनाई है। अनुभवी लिएंडर पेस इस टूर्नामेंट में मैक्सिको के मिगुएल एंजेल रेयेस वारेला के साथ उतरेंगे जबकि जीवन नेदुनचेझियान ने अमेरिका के निकोलस मुनरो के साथ जोड़ी बनाई है। रामकुमार और पूरव राजा तथा काधे और एन. श्रीराम बालाजी की, जोड़ी को वाइल्ड कार्ड दिया गया है। (भाषा)