टोक्यो पैरालंपिक : पदक जीतने वाले खिलाड़ियों की PM मोदी ने की सराहना, फोन पर की बात

सोमवार, 30 अगस्त 2021 (19:13 IST)
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टोक्यो पैरालंपिक में पदक जीतने वाले सभी भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन की सोमवार को भूरि-भूरि प्रशंसा की और उनका उत्साहवर्धन करने के लिए उनसे फोन पर भी बात की। पैरालंपिक में सोमवार का दिन भारत के लिए यादगार बन गया। भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अब तक 2 स्वर्ण सहित कुल 8 पदक जीते हैं। पैरालंपिक में यह भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। देश ने 2016 रियो ओलंपिक में चार पदक जीते थे।

भाला फेंक खिलाड़ी सुमित अंतिल ने पुरुषों की एफ64 स्पर्धा में कई बार विश्व रिकॉर्ड तोड़ते हुए भारत को पैरालंपिक में दूसरा स्वर्ण पदक दिलाया। हरियाणा के सोनीपत के 23 साल के सुमित ने अपने पांचवें प्रयास में 68.55 मीटर दूर तक भाला फेंका जो एक नया विश्व रिकॉर्ड है।

प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, हमारे खिलाड़ियों का पैरालंपिक में शानदार प्रदर्शन जारी है। देश को सुमित अंतिल के रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन पर गर्व है। प्रतिष्ठित स्वर्ण पदक जीतने पर उन्हें बधाई और भविष्य के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं।इससे पहले, निशानेबाज अवनि लेखरा ने 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा। उन्होंने फाइनल में 249.6 अंक बनाकर विश्व रिकॉर्ड की बराबरी की और पहला स्थान हासिल किया।

अवनि पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली प्रथम भारतीय महिला खिलाड़ी हैं। यह भारत का इन खेलों की निशानेबाजी प्रतियोगिता में भी पहला पदक है। टोक्यो पैरालंपिक में भी यह देश का पहला स्वर्ण पदक है। पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली वे तीसरी भारतीय महिला हैं।

टोक्यो पैरालंपिक की निशानेबाजी प्रतियोगिता में महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक जीतने पर प्रधानमंत्री ने अवनि लेखरा को बधाई दी और कहा कि यह वास्तव में भारतीय खेलों के लिए विशेष क्षण है।

उन्होंने एक ट्वीट में कहा, अविस्मरणीय प्रदर्शन अवनि लेखरा! कड़ी मेहनत की बदौलत स्वर्ण जीतने पर बधाई जिसकी आप हकदार भी थीं। कर्मशील स्वभाव और निशानेबाजी के प्रति जज्बे से आपने ऐसा संभव कर दिखाया। भारतीय खेलों के लिए यह एक विशेष क्षण है। आपको भविष्य के लिए शुभकामनाएं।प्रधानमंत्री ने लेखरा से फोन पर बात की और उन्हें बधाई दीं।

प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारियों के अनुसार प्रधानमंत्री ने लेखरा से कहा कि पैरालंपिक में उनका पदक जीतना बहुत गर्व की बात है। लेखरा ने इस अवसर पर खुशी जताई और देश से मिले समर्थन के लिए आभार जताया। भाला फेंक खिलाड़ी सुमित अंतिल ने सोमवार को यहां पुरुषों की एफ64 स्पर्धा में कई बार विश्व रिकॉर्ड तोड़ते हुए भारत को पैरालंपिक में दूसरा स्वर्ण पदक दिलाकर खेलों में शानदार पदार्पण किया।

दो बार के स्वर्ण पदक विजेता भाला फेंक एथलीट देवेंद्र झाझरिया ने भाला फेंक के एफ46 वर्ग में रजत पदक जीता जबकि चक्का फेंक एथलीट योगेश कथूनिया ने अपनी स्पर्धा में दूसरा स्थान हासिल किया जिससे भारत ने खेलों में अपने पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को पीछे छोड़ दिया। सुंदर सिंह गुर्जर भाला फेंक एफ46 स्पर्धा के फाइनल में झाझरिया के पीछे तीसरे स्थान पर रहे और कांस्य पदक जीता।

प्रधानमंत्री ने रजत पदक जीतने पर देवेन्द्र झाझरिया और कांस्य पदक जीतने पर सुंदर सिंह गुर्जर को बधाई दी और कहा कि देश को दोनों खिलाड़ियों पर गर्व है। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, देवेंद्र झाझरिया का शानदार प्रदर्शन। हमारे सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से एक झाझरिया ने रजत पदक जीता है। वे भारत को लगातार गौरवान्वित करते रहे हैं। उन्हें बधाई और भविष्य के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं।

एक अन्य ट्वीट में प्रधानमंत्री ने गुर्जर को बधाई देते हुए कहा, सुंदर सिंह गुर्जर के कांस्य जीतने पर भारत हर्षित है। उन्होंने शानदार साहस और समर्पण दर्शाया है। उन्हें बधाइयां और भविष्य को लेकर शुभकामनाएं।बाद में प्रधानमंत्री ने दोनों खिलाड़ियों से बात की और उन्हें पदक जीतने पर बधाई दी।

प्रधानमंत्री कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक झाझरिया के प्रदर्शन की सराहना करते हुए मोदी ने कहा, आप महाराणा प्रताप की भूमि से हैं और आप भाला फेंकते जा रहे हैं।उन्होंने गुर्जर से कहा, आपने सुंदर काम कर दिया।दोनों पदक विजेताओं ने खिलाड़ियों का लगातार उत्साहवर्धन करने के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया।

मोदी ने चक्का फेंक प्रतियोगिता में रजत जीतने वाले कथूनिया को एक बधाई संदेश में कहा, योगेश कथूनिया का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा। उनके रजत पदक जीतने से बेहद खुशी हुई है। उनकी शानदार सफलता उभरते खिलाड़ियों को प्रेरित करेगी। उन्हें बधाई। भविष्य के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं।

बाद में प्रधानमंत्री ने कथूनिया से फोन पर बात की और उन्हें बधाई दी। प्रधानमंत्री ने इस दौरान कथूनिया की सफलता में उनकी मां के प्रयासों की भी सराहना की। प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारियों के अनुसार, कथूनिया ने हौसलाअफ़ज़ाई के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया।(भाषा) 

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी