भारत की अंडर-19 टीम की कोच रह चुकी प्रिया ने कहा, ‘हमारे पास रोजाना 150 से 200 फोन आ रहे हैं। इनमें से अधिकांश दवा के लिए हैं। हम यह सुनिश्चत कर रहे हैं कि जब भी दवा के लिए निवेदन आता है तो जरूरतमंदों के पास इसे पहुंचाया जाए।’
उन्होंने कहा, ‘दवा से जुड़े किसी आग्रह को ठुकराया नहीं जा रहा। खाने-पीने और अन्य जरूरी घरेलू सामान के लिए भी हम ऐसा करने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन कभी कभी हमें यह ध्यान रखना होता है कि इन चीजों को हमने काफी लोगों को बांटना है।