कोटक महिंद्रा बैंक के साथ करार के मौके पर पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने कहा कि देश में अच्छे कोचों की काफी कमी है। हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती बेहतरीन कोच की अगली पीढ़ी को तैयार करने की है। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में विदेशी कोच पर निर्भरता बढ़ गई है, ऐसे में यह जरूरी है कि हम घरेलू कोच तैयार करें और यह साझेदारी उस दिशा में एक बड़ा कदम है।
इस करार के तहत कोटक महिद्रा यहां के पुलेला गोपीचंद अकादमी में 1-1 हाई परफॉर्मेंस प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण करेगा जिसमें 6 वातानुकुलित बैडमिंटन कोर्ट और 1 स्पोर्ट्स साइंस सेंटर है होगा। इस केंद्र में खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास के लिए न्यूट्रिशनिस्ट, फिजियोथैरेपिस्ट और स्ट्रेंथ एवं कंडिशनिंग विशेषज्ञों के साथ खिलाड़ियों के लिए वैश्विक स्तर के कोच होंगे।