नई दिल्ली। गत चैंपियन और शीर्ष वरीय भारत की पीवी सिंधू ने पहला गेम गंवाने के बाद जोरदार वापसी की लेकिन अमेरिका की पांचवीं वरीय बेईवान झेंग के खिलाफ चैंपियनशिप अंक को जीत में नहीं बदल पाने के बाद आज यहां रोमांचक मुकाबले में इंडिया ओपन 2018 बीडब्ल्यूएफ सुपर 500 बैडमिंटन महिला एकल का खिताब गंवा बैठी।
पहली बार सुपर सीरीज स्तर के किसी टूर्नामेंट के फाइनल में खेल रही दुनिया की 11वें नंबर की खिलाड़ी बेईवान ने सिरी फोर्ट खेल परिसर में सिंधू को 69 मिनट चले मुकाबले में 21-18, 11-21, 22-20 से हराकर पहली बार खिताब अपने नाम किया। सिंधू इसके साथ लगातार दूसरी बार इंडिया ओपन का खिताब जीतने से चूक गई।
इसके साथ ही सिंधू को एक बार फिर किसी बड़े टूर्नामेंट के फाइनल में शिकस्त का सामना करना पड़ा। सिंधू ने अगस्त 2016 से रियो ओलंपिक सहित नौ बड़े टूर्नामेंटों के फाइनल में जगह बनाई जबकि इनमें से सिर्फ तीन को ही जीत सकी जबकि छह बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
सिंधू ने रियो ओलंपिक 2016 के अलावा, हांगकांग ओपन 2016, विश्व चैंपियनशिप 2017, हांगकांग ओपन 2017, सुपर सीरीज फाइनल 2017 और अब इंडिया ओपन का खिताबी मुकाबला गंवाया। इस बीच सिंधू सिर्फ चीन ओपन 2016, इंडोनेशिया ओपन 2017 और कोरिया ओपन 2017 में ही खिताब जीत सकी।
इससे पहले सुपर सीरीज स्तर के टूर्नामेंट में बेईवान का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2016 में था जब वह फ्रेंच ओपन के सेमीफाइनल में पहुंची थी। बेईवान और सिंधू के बीच अब तक खेले गए चारों मुकाबलों के नतीजे तीन गेम में निकले हैं जिसमें से भारतीय खिलाड़ी ने दो में जीत दर्ज की जबकि दो में उसे हार का सामना करना पड़ा।
बेईवान को इस जीत से 26250 डालर की इनामी राशि मिली जबकि सिंधू को 13300 डालर मिले। दोनों खिलाड़ियों के खेल में आज अधिक अंतर नहीं था लेकिन बेईवान अपने सटीक स्मैश और कोर्ट कवरेज की बदौलत बेहतर स्थिति में दिखी। उन्होंने नेट पर आकर भी कुछ अच्छे शॉट लगाए।
भारतीय खिलाड़ी ने मैच की धीमी शुरूआत की। उन्हें दो बार नेट पर शॉट मारकर बेईवान को 3-0 की बढ़त बनाने का मौका दिया लेकिन वापसी करते हुए स्कोर 3-3 कर दिया। सिंधू ने शुरुआत में अधिकांश अंक अपनी गलती से गंवा जिसमें अधिकांश शॉट या तो नेट पर उलझे या बाहर गिरे, जिसका फायदा उठाकर बेईवान ने 8-5 की बढ़त बनाई।
सिंधू ने अपने धारदार स्मैश और तेज शॉट की बदौलत लगातार चार अंक की बदौलत स्कोर 9-8 किया और ब्रेक तक वह 11-9 से आगे थे। बेईवान ने हालांकि सिंधू को कभी भी हावी नहीं होने दिया और दोनों खिलाड़ियों के बीच प्रत्येक अंक हो लेकर कड़ा संघर्ष देखने को मिला।
अमेरिकी खिलाड़ी ने 12-12 पर स्कोर बराबर किया। कोई खिलाड़ी 15-15 तक एक अंक से अधिक की बढ़त नहीं बना पाई। इस दौरान हालांकि सिंधू पर थकान हावी होती दिखने लगी थी। बेईवान ने स्कोर 17-15 किया। सिंधू के क्रास कोर्ट शॉट बाहर मारने से स्कोर 16-19 हो गया। बेईवान इसके बाद दो शॉट को आउट समझकर छोड़ बैठी जबकि शटल अंदर गिरी जिससे सिंधू ने स्कोर 18-19 किया।
सिंधू ने हालांकि इसके बाद बाहर शॉट मारकर बेईवान को दो गेम प्वाइंट दिए और फिर दोबारा शटल बाहर मारकर पहला गेम 22 मिनट में गंवा बैठी। सिंधू दूसरे गेम में बेहतर लय में दिखी। उन्होंने बेईवान के शॉट को बेहतर परखते हुए उन्हें गलती करने के लिए मजबूर किया और लगातार छह अंक के साथ 8-2 की बढ़त बनाई। बेईवान ने लगातार तीन शॉट नेट पर मारे जिससे सिंधू ने ब्रेक तक 11-4 की मजबूत बढ़त बना ली।
बेईवान ने वापसी करते हुए स्कोर 10-13 किया लेकिन सिंधू ने लगातार छह अंक के साथ स्कोर 19-10 कर दिया। बेईवान ने इसके बाद लगातार दो शॉट बाहर मारकर गेम सिंधू की झोली में डाल दिया। बेईवान ने तीसरे और निर्णायक गेम में जोरदार शुरूआत की।
सिंधू के पास विरोधी खिलाड़ी के सटीक शॉट का जवाब नहीं था, जिसने जल्द ही 9-4 की बढ़त बना ली। सिंधू ने वापसी की कोशिश की लेकिन ब्रेक तक अमेरिकी खिलाड़ी ने 11-9 की बढ़त बनाई। सिंधू ने 11-11 पर स्कोर बराबर किया। पहले गेम की तरह इस बार भी कोई खिलाड़ी 15-15 तक एक अंक से अधिक की बढ़त नहीं बना पाई। बेईवान ने लगातार दो अंक के साथ स्कोर 18-16 किया।
सिंधू ने इसके बाद स्कोर 19-19 किया। सिंधू ने नेट के करीब आकर स्मैश के साथ चैंपियनशिप प्वाइंट हासिल किया लेकिन इसके बाद नेट पर शॉट मार गई। बेईवान ने इसके बाद क्रास कोर्ट स्मैश के साथ चैंपियनशिप प्वाइंट हासिल किया और सिंधू के शॉट बाहर मारने पर खिताब जीत लिया।