इस 22 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि तैयारियों के लिहाज से मेरे लिए सब कुछ सही चल रहा है। दुर्भाग्य से मेरे टखने में मोच आ गई लेकिन मुझे लगता है कि खेल शुरू होने तक मुझे फिट हो जाना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि तब तक मैं पूरी तरह फिट हो जाऊंगी। सिंधु को 4 साल पहले कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा था लेकिन तब से लेकर अब तक काफी कुछ बदल चुका है और वे भारत की चोटी की शटलर हैं और राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक की प्रबल दावेदार हैं।
उन्होंने कहा कि पिछली बार मैंने कांस्य पदक जीता था और इस बार मैं अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहती हूं। मैं कोई संख्या नहीं बता सकती लेकिन निश्चित तौर पर इस बार हम काफी पदक जीतेंगे। सिंधु को पता है कि जब वे गोल्ड कोस्ट में कोर्ट पर उतरेंगी तो उनसे काफी उम्मीदें लगी होंगी लेकिन वे इसको लेकर किसी तरह का दबाव नहीं बनाना चाहती हैं।
उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों में संभावना के बारे में कहा कि जिम्मेदारियां बहुत अधिक हैं और हर कोई चाहता है कि मैं जीत दर्ज करूं। मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ खेल खेलना होगा और अपना खेल खेलना होगा, तो फिर स्वत: ही आपके अनुकूल होंगे। (भाषा)