सिंधू ने दिसंबर माह में हुए वर्ल्ड टूर फाइनल्स के फाइनल में जगह बनाई और खिताबी मुकाबले में हारने की प्रेतबाधा से आखिर मुक्ति पाते हुए खिताब जीतकर नया इतिहास रच दिया। सिंधू यह खिताब जीतने वाली पहली भारतीय भी बन गईं। सिंधू का यह इस वर्ष का पहला खिताब भी है जिसकी बदौलत उन्हें बीडब्ल्यूएफ रैंकिंग में तीन स्थान का फायदा हुआ है।
भारतीय स्टार शटलर सिंधू तीन स्थान उठकर महिला एकल रैंकिंग में तीसरे नंबर पर पहुंच गई हैं और मौजूदा वर्ष का समापन भी इसी रैंकिंग के साथ करेंगी। उनके 84264 रेटिंग अंक हैं। यह दिलचस्प बात है कि सिंधू वर्ष 2017 के अंत में भी तीसरी रैंकिंग पर रही थीं और वर्ष 2018 की शुरुआत भी उन्होंने तीसरी रैंकिंग से की थी।
एशियाई खेलों की रजत विजेता सिंधू की रैंकिंग में इस बार कई बार उतार-चढ़ाव भी देखा गया है। वह फरवरी में एक स्थान गिरकर चौथे नंबर पर खिसक गई थीं जबकि अक्टूबर में फिर से तीसरे पायदान पर पहुंच गईं। हालांकि 25 अक्टूबर को वह इस वर्ष की सर्वश्रेष्ठ दूसरी रैंकिंग पर पहुंच गईं। लेकिन दो सप्ताह बाद ही वह खिसककर फिर से तीसरे नंबर पर पहुंच गईं।