स्पेन टेनिस में यूरोप की मजबूत टीम है, जबकि भारत पिछले कुछ समय से विश्व ग्रुप में जगह बनाने के लिए चुनौती पेश करता रहा है। मौजूदा खिलाड़ियों के साथ भारत एशिया-ओसियाना क्षेत्र के जरिए प्लेऑफ चरण तक पहुंचने में भविष्य में भी लगातार सफल हो सकता है, लेकिन विश्व ग्रुप में प्रवेश करने और बने रहने के लिए उसे बेहतर एकल खिलाड़ी चाहिए होंगे।