विश्व एथलेटिक्स : रामिल गुलिएव बने 200 मी. के नए विश्व चैंपियन
शुक्रवार, 11 अगस्त 2017 (21:02 IST)
लंदन। पूरी दुनिया की निगाहें दक्षिण अफ्रीका के वेड वान निकर्क और बोत्सवाना के इसाक मकवाला पर लगी हुई थीं लेकिन तुर्की के रामिल गुलिएव ने दुनिया को चौंकाते हुए विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 200 मीटर के नए चैंपियन बनने का गौरव हासिल कर लिया।
200 मीटर फाइनल में 8 धावक स्टार्ट लाइन पर तैयार खड़े थे। स्टेडियम में 56,000 लोग उन्हें जोरदार फर्राटे के लिए देख रहे थे और सभी को इंतजार था कि जमैका के उसेन बोल्ट के इस स्पर्धा से पहले ही रिटायर हो जाने के बाद नया विश्व चैंपियन कौन बनता है।
बोल्ट के नाम 200 मीटर में 19.19 सेकंड का विश्व और चैंपियनशिप रिकॉर्ड है। इस स्पर्धा में इसाक मकवाला 19.77 सेकंड के समय के साथ मौजूदा धावकों में सबसे तेज चल रहे थे। वायरस के कारण पहले प्रतिबंधित किए गए और फिर अनुमति पाकर अपनी सेमीफाइनल हीट में दूसरे स्थान पर रहकर फाइनल में पहुंचे मकवाला और 400 मीटर के विश्व चैंपियन निकर्क खिताब के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे।
लेकिन अजरबेजान में जन्मे तुर्की के गुलिएव ने 20.09 सेकंड का समय लेकर स्वर्ण पदक जीत लिया। निकर्क 20.11 सेकंड के साथ दूसरे स्थान पर रहे और 400 तथा 200 मीटर का गोल्डन डबल पूरा करने से चूकी गए। त्रिनिदाद एंड टोबैगो के जैरीम रिचर्ड्स 20.11 सेकंड का समय लेकर तीसरे स्थान पर रहे। निकर्क ने फोटो फिनिश में रिचर्ड्स को पीछे छोड़ दिया। मकवाला को 20.44 सेकंड के साथ 6ठा स्थान मिला।
वर्ष 2011 में ही तुर्की के नागरिक बने और 2013 में देश का नेतृत्व करने का अधिकार पाने वाले गुलिएव की यह जीत दुनिया में चौंकाने वाली थी। उन्होंने कहा कि मेरे लिए यह हैरानी की बात नहीं है। मैंने इस पूरे चैंपियनशिप में अपना सर्वश्रेष्ठ किया और मैंने सही समय पर सही रेस की। मैं दुनिया के बेहतरीन एथलीटों के साथ दौड़ रहा था और सारी नजरें उन्हीं पर लगी थीं इसलिए मुझे परेशानी नहीं हुई। अगली चैंपियनशिप में शायद अब सभी मेरी तरफ देखेंगे।
जूनियर 200 मीटर में 19.93 सेकंड के साथ विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले बोल्ट के बाद गुलिएव दूसरे सबसे तेज जूनियर एथलीट हैं जिन्होंने 19 साल की उम्र में अजरबेजान के लिए 20.04 सेकंड का समय निकालकर रिकॉर्ड बनाया था। वे मेडिटेरेनियन गेम्स, समर यूनिवर्सियादे और इस्लामिक सॉलिडैरिटी गेम्स में भी कई पदक जीत चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने यूरोपियन चैंपियनशिप में रजत भी जीता था।
वे गत वर्ष रियो ओलंपिक के फाइनल तक भी पहुंचे थे और इस सत्र में यूरोपियन टीम चैंपियनशिप में भी उन्होंने स्वर्ण जीता था। इसके अलावा पेरिस डायमंड लीग में भी उन्होंने जीत अपने नाम की थी।
इस रेस में स्वर्ण के दावेदार माने जा रहे बोत्सवाना के 30 वर्षीय धावक मकवाला ने आईएएएफ के निर्देश पर 48 घंटे तक बिलकुल अकेले रहने के बाद रेस में हिस्सा लेने की अनुमति के बाद सोमवार को अकेले ही हीट में 20.53 सेकंड के क्वालीफाइंग समय से ज्यादा बेहतर समय निकालकर न सिर्फ फाइनल में क्वालीफाई किया बल्कि अपनी बीमारी की खबरों को भी दरकिनार कर दिया था।
लेकिन फाइनल में वे 6ठे स्थान पर रहे और उनका समय 20.44 सेकंड रहा। निकर्क मामूली अंतर से गुलिएव से पिछड़कर दूसरे स्थान पर रह गए और गोल्डन डबल पूरा नहीं कर सके।
2 बार के ओलंपिक चैंपियन अमेरिका के क्रिस्टियन टेलर ने तिहरी कूद स्पर्धा में अपना दबदबा कायम रखते हुए एक बार फिर से हमवतन विल क्ले को पछाड़ कर स्वर्ण पदक जीत लिया। 27 वर्षीय टेलर ने अपने तीसरे प्रयास में 17.68 मीटर की छलांग के साथ स्वर्ण पर कब्जा जमाया।
टेलर ने इससे पहले यूजीन में 18.19 मीटर की कूद तय की थी। इसके साथ ही वे इस स्पर्धा के पहले एथलीट बन गए हैं जिन्होंने तिहरी कूद स्पर्धा में तीन विश्व खिताब जीते हैं। उन्होंने इससे पहले 2011 में देगू में और 2015 में बीजिंग में यह खिताब जीता था।
टेलर ने बीजिंग और रियो ओलंपिक में भी स्वर्ण पदक जीता था और उनके हमवतन विल क्ले वहां भी दोनों अवसरों पर टेलर को पछाड़ने में असफल रहे थे और दोनों बार उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा था। क्ले को इस बार भी रजत से संतोष करना पड़ा। क्ले ने पहले राउंड में 17.54 मीटर और दूसरे राउंड में 17.57 मीटर कूद तय की।
2008 के ओलंपिक चैंपियन पुर्तगाल के नेल्सन इवोरा ने 17.19 मीटर कूद के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया। महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़ का स्वर्ण अमेरिका के कोरी कार्टर ने 53.07 सेकंड में जीता। अमेरिका की दलीला मोहम्मद 53.50 सेकंड का समय लेकर दूसरे और जमैका की रिस्तानाना ट्रेसी 53.74 सेकंड का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ समय निकालकर तीसरे स्थान पर रहीं।
अमेरिका प्रतियोगिता में 6 स्वर्ण, 7 रजत और 6 कांस्य सहित 19 पदक लेकर सबसे आगे है। केन्या तीन स्वर्ण सहित 7 पदक के साथ दूसरे स्थान पर और दक्षिण अफ्रीका 2 स्वर्ण सहित 5 पदकों के साथ तीसरे स्थान पर है। (वार्ता)