फेडरर के लंबे समय से दोस्त रहे वावरिंका ने कहा कि इससे मैं दुखी और डरा हुआ हूं। इससे साबित होता है कि हम कभी चोट से सुरक्षित नहीं हैं। यह टेनिस के लिए दुखद है। यह प्रशंसकों और फिर विशेषकर उसके लिए बहुत बड़ा झटका है, क्योंकि उसके लिए यह सत्र मुश्किलों से भरा रहा है। वावरिंका ने फेडरर के इतने लंबे समय तक लगातार ग्रैंडस्लैम खेलने के लिए तारीफ भी की।
उन्होंने कहा कि उसने लगातार 65 ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट खेले, जो ऐसा आंकड़ा है जिससे पता चलता है कि वह कितना कुशल खिलाड़ी है। स्विट्जरलैंड के 1992 के ओलंपिक चैंपियन मार्क रोसेट ने कहा कि वे फेडरर के फैसले से हैरान नहीं हैं।