कभी भुखमरी और अंधेरे से लड़ा, अब इस फुटबॉलर की कीमत है करीब 172 करोड़ रुपए

बुधवार, 18 अगस्त 2021 (13:48 IST)
कहते हैं कि अंधरा जीवन में सदैव नहीं रहता उसका भी एक अंत होता है। बेल्जियन फुटबॉलर रोमेलू लुकाकू के लिए यह ही कहा जा सकता है। कभी उन्होंने बहुत संघर्ष में जिंदगी गुजारी थी। 
 
हाल ही में प्रीमियर लीग में चेलसी ने अपने पुराने स्ट्राइकर रोमेलू लुकाकू को 97.5 मिलियन यूरो में खरीदा करीब 172 करोड़ रुपए। यह प्रीमियर लीग की दूसरी सबसे महंगा ट्रांसफर करार माना जा रहा है। 
 
लुकाक ने चेल्सी की आधिकारिक वेबसाइट पर दिए गए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि वह आर्सेनेल में रविवार को शुरु होने वाले प्रीमियर लीग में चेल्सी के लिए खेलने के लिए तैयार है।
 
उन्होंने कहा कि - मैं तैयार हूं और अपने कोच को यह संदेश देना चाहता हूं कि टीम को इस टूर्नामेंट में जब भी मेरी जरूरत पड़े मैं तैयार रहूंगा। 
 
लुकाकू ने कहा कि पूरे हफ्ते ही शुरुआती दौर में जगह बनाने के लिए टीम को जद्दोजहद करनी पड़ेगी और सिर्फ एक लक्ष्य के लिए सभी खिलाड़ी खेलेंगे, जो होगा चेल्सी की जीत। 
 
अब क्योंकि मेरी ट्रेनिंग शुरु हो गई है तो मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि मैं मैदान पर अपना 100 प्रतिशत दूं और हर मैच के लिए उपलब्ध रहूं- मकाकू ने कहा।
 
आर्सेनेल में खेला जाने वाला मैच बहुत बड़ा है तो रविवार से शुरु होने वाले प्रीमियर लीग में हम बेहतर नतीजे अपेक्षित कर रहे हैं। 
 
बिजली के बिल के पैसे नहीं होते थे लुकाकु के पास
 
2018 में बेल्जियम के स्ट्राइकर रोमेलू लुकाकू ने पनामा के खिलाफ दो गोल दागकर विश्व कप फुटबॉल में शानदार तरीके से शुरुआत की थी। फिर विश्वकप में बेलिजियम की टीम ने ब्राजील को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी और लुकाकु की कीमत करीब 90 मिलियन यूरो तक की हो गई थी।
 
लेकिन बहुत कम लोग उनकी निजी जिंदगी की मुश्किलों से वाकिफ होंगे।
 
लुकाकू ने वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डाट दप्लेयर्सट्रिब्यून डाट काम से बात करते हुए अपनी गरीबी के दिनों को याद करते हुए बताया कि जब वह छोटे थे तो उनके घर में खाने की कमी होती थी और कभी कभार वे अंधेरे में प्रार्थना करते थे क्योंकि उनके पास अपार्टमेंट में बिजली का बिल भरने के लिये धन नहीं होता था।
 
उन्होंने कहा, ‘हमारे पास इतना पैसा नहीं होता था कि हम पूरे हफ्ते के अंत तक की जरूरतों को पूरा कर सकें। हम सिर्फ गरीब ही नहीं थे बल्कि बहुत गरीब थे।’
 
29 वर्षीय लुकाकू ने कहा, ‘मेरे पिता पेशेवर फुटबॉलर थे लेकिन वह अपने करियर के अंतिम पड़ाव में थे और सारा पैसा खत्म हो चुका था।’
 
इस फारवर्ड ने याद करते हुए कहा कि वह सिर्फ छह साल के थे जब उन्हें अपने परिवार की गरीबी का अहसास हुआ था क्योंकि उन्होंने अपनी मां को दूध में पानी मिलाते हुए देखा था,ताकि यह सभी के लिये पर्याप्त हो सके।
इसके बाद ही उन्होंने फैसला किया था कि पेशेवर फुटबॉल से वह अपने परिवार को गरीबी से बाहर निकालेंगे और उन्होंने अपनी प्रतिभा के बूते यह कर भी दिखाया। 
 
अब वह चेल्सी जैसे क्लब का हिस्सा हैं। इससे पहले वह मैनचेस्टर यूनाईटेड, वेस्ट ब्रोमविच एलबियोन और एवर्टन जैसे क्लबों में भी अपना हुनर दिखा चुके हैं। लुकाकू बेल्जियम के लिये रिकॉर्ड स्कोरर रहे हैं।वहीं अब तक खेले गए 519 लीग मैचों में वह 259 गोल कर चुके हैं।

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