ड्रैग फिल्कर ने कहा 'मेरे लिए यह बिल्कुल नई शुरुआत है। मैं लंबे समय के बाद खेलने जा रहा हूं और मेरा लक्ष्य मैदान पर अपनी इस ऊर्जा का इस्तेमाल करना है। मैंने चोट के दौरान कई बातें सीखें और सबसे अहम की मैच को कैसे समझना चाहिए। मैं सकारात्मक शुरुआत करना चाहता हूं। मैंने बहुत समय इस पल का इंतजार किया है और अब अच्छा करना चाहता हूं।"
रूपिंदर ने कहा कि हाल ही के प्रदर्शन से साफ है कि भारतीय टीम अपने हमले पर काफी ध्यान लगा रही है लेकिन साथ ही रक्षात्मक होकर भी खेलती है। उन्होंने कहा 'मेरे लिए डिफेंस ही प्राथमिकता है क्योंकि इंग्लैंड के खिलाफ अभ्यास मैच में हमें पेनल्टी कॉर्नर ही नहीं मिले। मुझे लगता है कि रक्षात्मक होने से मैच जीत सकते हैं और डिफेंडर ही नहीं बल्कि सभी 11 खिलाड़ियों को गोल पोस्ट का बचाव करना चाहिए।'
टीम के लिए डिफेंडर और ड्रैग फ्लिकर की भूमिका के अलावा रूपिंदर बैकलाइन में वरुण कुमार, हरमनप्रीत सिंह, दिप्सान तिर्की तथा अमित रोहिदास जैसे युवाओं के लिए मेंटर की भूमिका भी निभाएंगे। उन्होंने कहा 'वे अपनी भूमिका को जानते हैं लेकिन टीम का सीनियर खिलाड़ी होने के नाते हमारा काम उनके खेल में सुधार के साथ उनका मनोबल बढ़ाना भी है।' भारतीय टीम एक दिसंबर को गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के साथ अपने पूल बी मैच में अभियान की शुरूआत करने उतरेगी। (वार्ता)