रूस के सेंट पीटर्सबर्ग ने सोमवार सुबह लौटे इन दोनों मुक्केबाजों को आज खेलमंत्री विजय गोयल द्वारा आयोजित समारोह में सम्मानित किया गया जिसमें भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के अध्यक्ष अजय सिंह भी मौजूद थे। इस दौरान 17 साल के सचिन (49 किग्रा) सबके आकर्षण का केंद्र रहे और उन्होंने सभी सवालों का पूरे आत्मविश्वास के साथ जवाब दिया।
वजन कम करने के लिए मुक्केबाजी से जुड़े नमन (91 किग्रा) अपने पहले अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के बाद आत्मविश्वास से भरे दिखे। सेमीफाइनल में क्यूबा के डेनियर क्रिस्टियन के खिलाफ शिकस्त झेलने वाले नमन ने कहा, मुझे यकीन था कि मैं पदक जीतूंगा, इसमें कोई शक नहीं था। रूस पहुंचने के बाद मौसम में बदलाव के कारण मैं थोड़ा बीमार था। मुझे सर्दी और खांसी थी और इससे मेरे शरीर पर असर पड़ा, अगर मैं शत प्रतिशत फिट होता तो बेहतर पदक जीत सकता था।
गोयल ने कहा, मुझे लगता है कि 2020 टोक्यो ओलंपिक के लिए पदक के दो दावेदारों की पहचान कर ली गई है। मैं इस शानदार प्रदर्शन के लिए बीएफआई और मुक्केबाजों को बधाई देता हूं। इन दोनों में नमन सीनियर राष्ट्रीय शिविर में प्रवेश के पात्र हैं क्योंकि वे 19 बरस के होने वाले हैं। (भाषा)