सलमान को आईओए ने जब रियो ओलंपिक के भारतीय दल के लिए सद्भावना दूत नियुक्त किया था तब सबसे पहले योगेश्वर ने ही इसका विरोध करते हुए कहा था कि क्या आईओए को सद्भावना दूत बनाने के लिए कोई खिलाड़ी नहीं मिला। योगेश्वर के विरोध के बाद उड़नसिख मिल्खा सिंह और कई अन्य खिलाड़ियों ने भी सलमान को सद्भावना दूत बनाए जाने पर आपत्ति जताई थी।
यदि योगेश्वर समारोह में मौजूद होते तो आईओए के लिए अप्रिय स्थिति उत्पन्न हो सकती थी, लेकिन योगेश्वर नहीं आए जिससे यह अप्रिय टकराव टल गया। समारोह में एक अन्य भारतीय पहलवान नरसिंह यादव भी नहीं पहुंच सके। (वार्ता)