भारतीय-स्विस जोड़ी ने अगस्त में रियो ओलंपिक के दौरान ही अलग होने का फैसला कर लिया था। सानिया और मार्टिना एकसाथ जोड़ी बनाकर काफी सफल रही थीं और दोनों ने साथ में 41 मैच जीते और दुनिया की नंबर 1 महिला युगल जोड़ी भी बनीं। वर्ष 2015 में इंडियन वेल्स में जोड़ी बनाने के बाद से उन्होंने एकसाथ 3 ग्रैंडस्लैम सहित 11 डब्ल्यूटीए खिताब अपने नाम किए।
सानिया-हिंगिस ने साथ में डब्ल्यूटीए फाइनल्स के लिए क्वालीफाई किया था जिसमें वर्ष की शीर्ष रैंकिंग की खिलाड़ी हिस्सा लेती हैं। दोनों को टूर्नामेंट में दूसरी सीड दी गई है जबकि फ्रांस की जोड़ी कैरोलीन गार्सिया और क्रिस्टीना म्लोदेनोविच की जोड़ी को शीर्ष वरीयता दी गई है। भारतीय खिलाड़ी हिंगिस से अलग होने के बाद वर्तमान में चेक गणराज्य की बारबोरा स्ट्राइकोवा के साथ बतौर जोड़ीदार खेल रही हैं, वहीं हिंगिस की नई जोड़ीदार अमेरिका की कोको वेंडेवेगे हैं। (वार्ता)