अपने नए भार वर्ग 63 किग्रा (ओलंपिक वर्ग) में अंतरराष्ट्रीय पदार्पण करने वाले थापा को फाइनल में कजाखस्तान के जाकिर सफीउल्लिन से भिड़ना था, जो चोट के कारण रिंग में नहीं उतरे। इससे बिना खेले ही थापा विजेता घोषित कर दिए गए। थापा इससे पहले इस साल एशियाई चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में सफीउल्लिन से हार चुके थे।
थापा सितंबर में होने वाले विश्व चैंपियनशिप के लिए हुए ट्रॉयल्स में राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता मनीष कौशिक से हार के कारण टीम में जगह नहीं बना सके थे। भारत के 2 अन्य मुक्केबाज दुर्योधन सिंह नेगी (69 किग्रा) और स्वीटी बूरा (81 किग्रा) को सेमीफाइनल में हारने के कारण कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।