नई दिल्ली। अपने दूसरे ओलंपिक खेलों की तैयारी कर रहीं भारतीय निशानेबाज राही सरनोबत ने कहा कि वे टूर्नामेंटों में दवाब में रहना पसंद करती हैं, क्योंकि इससे वे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करती हैं। सरनोबत भारत के उस 15 सदस्यीय दल में शामिल हैं, जो 11 मई को जगरेब और फिर वहीं से टोक्यो खेलों के लिए रवाना होगा।
विश्व कप और एशियाई कप में स्वर्ण पदक जीतने वालीं सरनोबत ने भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा आयोजित सम्मेलन में कहा, मुझे लगता है कि मैं दबाव में बेहतर प्रदर्शन करती हूं। मुझे इससे जिम्मेदारी का अहसास होता है और खुद से अधिक की उम्मीद होती है।
एशियाई स्वर्ण पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला निशानेबाज ने कहा, मैं वास्तव में दबाव में रहने का लुत्फ उठाती हूं, क्योंकि इससे अपना सर्वश्रेष्ठ कर पाती हूं।उन्होंने कहा कि 25 मीटर पिस्टल निशानेबाजी में पहले के प्रदर्शन ज्यादा मायने नहीं रखते हैं।
सरनोबत ने कहा कि यह उनके लिए हालांकि चिंता की बात नहीं है। उन्होंने कहा, मैं अपने जर्मन कोच के साथ काम कर रही थी, लेकिन पिछले साल ओलंपिक के स्थगित होने से उनका अनुबंध समाप्त हो गया। फिर मैंने समरेश भैया से बातचीत शुरू की।
उन्होंने कहा, अगर वे वहां नहीं रहेंगे तो भी ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। यह वास्तव में अलग तरह की स्थिति है। हमें सभी परिस्थितियों के लिए तैयार रहना होगा, हमें अपने दम पर अच्छा प्रदर्शन करना होगा।(भाषा)