लिसेस्टर निर्वाणा के स्ट्राइकर गुरदीप मुधार को पिछले महीने हनटिंगडन टाउन फुटबॉल क्लब में उनकी टीम के मैच से पहले उनके धार्मिक पटके को उतारने का आदेश दिया गया। इस 21 वर्षीय खिलाड़ी के साथियों ने उनके बिना मैदान पर जाने से इनकार कर दिया, जिससे रेफरी को अपने फैसले को बदलना पड़ा।
टीम के सचिव जाक हजादत ने ‘लिसेस्टर मरकरी’ अखबार से कहा, 'वह (गुरदीप) हमेशा अपना पटका लगाकर ही खेलता है। इससे कहीं भी कोई समस्या नहीं है लेकिन रेफरी उसके पास गया और कहा, ‘तुम इसके साथ नहीं खेल सकते’। मुझे लगता है कि वह (रेफरी) इससे संबंधित नियमों को नहीं जानता। लेकिन यह बात गुरदीप के लिए शर्मसार करने वाली थी। (भाषा)