रिदम सांगवान पेरिस ओलंपिक का कोटा हासिल करने वाली भारत की 16वीं निशानेबाज बन गई जिन्होंने यहां एशियाई क्वालीफायर में 25 मीटर स्पोर्ट्स पिस्टल में कांस्य पदक जीता।इसके साथ ही भारत ने जुलाई अगस्त में होने वाले पेरिस ओलंपिक में निशानेबाजी के लिये सबसे ज्यादा कोटा हासिल कर लिये हैं । इससे पहले तोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत के 15 निशानेबाजों ने भाग लिया था।
एशियाई क्वालीफायर में भारत का यह तीसरा ओलंपिक कोटा है। इससे पहले ईशा सिंह और वरूण तोमर 10 मीटर एयर पिस्टल महिला और पुरूष वर्ग में कोटा हासिल कर चुके हैं।हरियाणा की 20 वर्ष की रिदम पिछले साल हांगझोउ एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारत की 25 मीटर स्पोटर्स पिस्टल टीम का हिस्सा थीं जिसमें ईशा और मनु भाकर भी शामिल थी।
रिदम फाइनल में 28 अंक के साथ तीसरे स्थान पर रही लेकिन यह उन्हें पेरिस ओलंपिक का कोटा दिलाने के लिये काफी था।चीन की यांग जिन को 41 अंक के साथ स्वर्ण और कोरिया की किम येजी को 32 अंक के साथ रजत पदक मिला। एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर में यह रिदम का दूसरा कांस्य पदक है। उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल में भी तीसरा स्थान हासिल किया था। इस वर्ग में वह ओलंपिक कोटा हासिल नहीं कर सकी थी।
रिदम ने अपनी सफलता का श्रेय निजी कोच विनीत कुमार को देते हुए कहा , मुझे खुशी है कि कांस्य पदक जीतकर देश के लिये कोटा हासिल कर सकी।उन्होंने कहा , मैं अपने निजी कोच विनीत कुमार को धन्यवाद देना चाहूंगी। उनकी वजह से ही मैं यहां तक पहुंची हूं । मैं अपने सभी समर्थकों को भी धन्यवाद दूंगी।
यह पूछने पर कि तीनों पदकों में से उन्हें सबसे ज्यादा गर्व किस पर है, रिदम ने कहा कि सभी पदक उनके दिल के करीब है लेकिन वह देश के लिये कोटा जीत सकी , इसलिये यह खास है। (भाषा)