उल्लेखनीय है कि इससे पहले टूर्नामेंट में भारतीय मुक्केबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता और इस बार पदक जीतने की सबसे बड़ी उम्मीद समझी जाने वाली मैरीकाम तथा सरिता देवी को क्रमश: 51 किग्रा और 60 किग्रा वर्ग में पहले ही हारकर पदक की होड़ से बाहर हो जाना पड़ा था। (वार्ता)