भगदड़ के बाद लोग स्टेडियम के प्रवेश द्वार के बाहर पीठ के बल अचेत पड़े थे। उनके जूते, टोपियां और रंग बिरंगी विग यत्र तत्र बिखरी पड़ी थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बच्चे भी भगदड़ की चपेट में आ गए हैं। उनका कहना है कि स्टेडियम के कर्मचारियों ने दरवाजा बंद करके लोगों को भीतर प्रवेश नहीं करने दिया जिसके बाद भगदड़ मच गई।