उन्होंने कहा कि विपक्षी टीम की रक्षापंक्ति बहुत मजबूत थी, क्योंकि वे 8 से 9 खिलाड़ियों के साथ डिफेंस कर रहे थे। ऐसे में जो जीत हमें मिली है वह संतोषजनक है। कॉन्स्टेनटाइन के खिलाड़ी अब अपने 11 मैचों में अपराजेय हैं और ग्रुप में भी शीर्ष पर चल रहे हैं। भारतीय टीम ने 2 जून 2016 में लाओस के खिलाफ एएफसी एशियन कप क्वालीफायर राउंड एक के मैच से ही अपना कोई मैच नहीं गंवाया है।
बलवंत सिंह के दूसरे हॉफ के 2 शानदार गोलों की बदौलत भारत ने मेजबान मकाऊ को 2-0 से हराया था। कोच ने मैच में बलवंत के प्रदर्शन की प्रशंसा की, जो बतौर वैकल्पिक खिलाड़ी उतरे थे। कॉन्स्टेनटाइन ने कहा कि बलवंत ने मैच में 2 गोल किए। उन्होंने वही किया, जो उन्हें करने के लिए कहा गया था। वह तो 4 गोल कर सकते थे। भारतीय टीम अब 10 अक्टूबर को मकाऊ के खिलाफ ही अपना अगला मैच खेलने उतरेगी। (वार्ता)