आधे समय के बाद ब्राजील और आर्मी ब्यॉज की टीमें गोल करने का प्रयास करती रहीं। दोनों ही टीमें एक-दूसरे की ताकत को पहचान चुकी थीं। आर्मी ब्वायज को लगातार घरेलू समर्थन मिल रहा था लेकिन ब्राजील ने अपने दिग्गज खिलाड़ी रिवाल्डो की मौजूदगी में अपने एक गोल की बढ़त को अंत तक कायम रखा।