सुशील ने कहा कि दुख होता है कि आज मुझे एक छोटी सी बात के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है। देश के बाहर ट्रायल होता है, मैं खिलाड़ी हूं हर कोशिश करुंगा। मुझे एक मौका मिलना ही चाहिए। अगर नहीं भेजना था तो 2 साल से प्रैक्टिस क्यों करवाई। मैं परिवार से दूर रहा, मेहनत की।
सतपाल जी ने भी सुशील का साथ देते हुए कहा कि ट्रायल होना चाहिए और होगा। सुशील देश का महान खिलाड़ी है। फेडरेशन ने उस पर पैसे खर्च किए हैं। अगर नहीं भेजना था तो पहले बोल देते। अगर ट्रायल नहीं हुआ तो देश सड़क पर आएगा। प्रधानमंत्री जी से हम मांग करेंगे कि जस्टिस हो, दोनों खिलाड़ी ट्रायल में आएं और जो जीते वो ओलंपिक में जाए।