वह पिछले महीने आईटीटीएफ रैंकिंग में 18 पायदान चढकर 61वें स्थान पर पहुंच गई। उसने कहा, ‘अब मैं अपने खेल को लेकर आत्मविश्वास से ओतप्रोत हूं। मुझे फर्क महसूस हो रहा है। पुणे में माहौल काफी पाजीटिव है और मेरे अभ्यास के साझेदार भी मेरे साथ काफी मेहनत कर रहे हैं।’
राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक और एशियाई खेलों की कांस्य पदक विजेता बत्रा को शीघ्र ही शीर्ष 50 में आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, ‘मुझे शारीरिक रूप से और मजबूत होना होगा ताकि टेबल के आसपास मूवमेंट बेहतर हो सके। टेबल टेनिस में रिफ्लैक्स महत्वपूर्ण होते हैं। सभी कहते हैं कि मैं लंबी हूं तो मुझे आसानी होती है लेकिन हाथ के साथ पहुंचना काफी नहीं है। पैर के मूवमेंट भी जरूरी है। मैं उस पर काम कर रही हूं।’