10वीं पास यह लड़की पीवी सिंधू की कप्तानी में खेल चुकी है उबेर कप, अब खेलो इंडिया की तैयारी

सोमवार, 30 मई 2022 (18:09 IST)
चंडीगढ़: हरियाणा के रोहतक को कुश्ती के लिए जाना जाता है लेकिन युवा उन्नति हुड्डा, जो हाल में बैडमिंटन में चमकी हैं, ने अपने स्मेशों, ड्राप शॉट्स, तेज रिटर्न और शानदार नेट खेल से इस शहर को एक अलग ही पहचान दे दी है।

रोहतक के डीबीजी सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल से 10वीं पास करने वाली इस छात्रा का नाम हरियाणा में होने वाले खेलो इंडिया यूथ गेम्स में एक चमकता नाम होगा। उन्नति ने पहले से ही अपनी निगाहें स्वर्ण पदक पर टिका दी हैं। मात्र 14 साल की उन्नति ने अपनी परिपक्वता और कौशल से सभी को हैरानी में डाल दिया था जब वह इस वर्ष के शुरू में ओडिशा ओपन में बीडब्लूएफ सुपर 100 खिताब जीतने वाली सबसे युवा भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बनी थीं।ओडिशा ओपन उन्नति का दूसरा इंटरनेशनल टूर्नामेंट था। उन्होंने 2020 इनफ़ोसिस इंटरनेशनल चैलेंज के फ़ाइनल में जगह बनायी थी।

पिता रहे हैं बैडमिंटन प्रेमी

उन्नति ने रोहतक के छोटू राम स्टेडियम में खेल को सीखा था जो रियो ओलम्पिक पदक विजेता साक्षी मलिक जैसे शीर्ष पहलवानों को तैयार करने के लिए जाना जाता है। उन्नति के पिता उपकार बैडमिंटन को लेकर हमेशा जुनूनी रहे हैं और वह कहते हैं कि उनकी बेटी इस खेल को अपनाये जो उसने किया और उन्हें गौरव प्रदान किया।

उपकार ने कहा,'यह मेरी उम्मीदों से आगे था। वह खेल और पढ़ाई दोनों में अच्छी है और मैं चाहता था कि वह बैडमिंटन में श्रेष्ठता हासिल करे।' उपकार ने अपनी बेटी के बैडमिंटन करियर पर ध्यान लगाने के लिए अपना टीचिंग करियर छोड़ दिया था।

उबेर कप की सबसे कम उम्र की खिलाड़ी

उन्नति उबेर कप टीम में जगह बनाने वाली सबसे युवा भारतीय बनी थी। उन्होंने चयन ट्रायल में शीर्ष चार खिलाड़ियों में स्थान बनाया था और उन्होंने इस माह के शुरू में बैंकॉक में आयोजित टूर्नामेंट में भारतीय टीम में जगह बनायी थी। यह उनका पिछले छह महीनों में भारतीय टीम के हिस्से के रूप में पहला विदेशी दौरा था।

वह अभ्यास सत्रों के दौरान अपनी आदर्श पीवी सिंधु के साथ अभ्यास करने को लेकर रोमांचित थी। उन्नति ने कहा, 'मैं सिंधु जैसी खिलाड़ी के साथ खेलने को लेकर रोमांचित हूं जिसका हर खिलाड़ी सपना देखता है। मैं उनके (सिंधु)के सारे मैचों का अनुसरण करती हूं। मुझे उनकी प्रतिबद्धता और अनुशासन पसंद है। दो ओलम्पिक पदक जीतना कोई आसान उपलब्धि नहीं है। '

खेलो इंडिया यूथ गेम्स में उन्नति की मौजूदगी से इन खेलों को ग्लैमर ही मिलेगा। खेलो इंडिया यूथ गेम्स में बैडमिंटन खेलों की मैनेजर सुनीता सिंह ने कहा,'हमें उसकी मौजूदगी से ख़ुशी है। मुझे विश्वास है कि वह हर किसी के लिए प्रेरणा साबित होंगी। '(वार्ता)

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