31 वर्षीय विजेन्दर ने गत दिसंबर में तंजानिया के फ्रांसिस चेका को तीन राउंड में ही पीटकर अपना खिताब बरकरार रखा था। विजेन्दर अभी सर्किट में अजेय हैं और ब्रिटिश ट्रेनर ली बीयर्ड की निगरानी में मैनचेस्टर में कड़ी अभ्यास कर रहे हैं। विजेन्दर ने अब तक आठ मुकाबले जीते हैं, जिसमें से सात नॉकआउट रहे हैं।
वहीं 2015 में प्रो मुक्केबाजी में पदार्पण करने वाले मैमातियाली ने भी अब तक आठ मुकाबले लड़े हैं, जिसमें से उन्होंने सात में जीत दर्ज की है। मुक्केबाजी में चीन की दीवार माने जाने वाले मैमातियाली ने पांच मुकाबलों में नाकआउट में जीत दर्ज की है। चीन के नंबर एक मुक्केकाज मैमातियाली का भारत में यह तीसरा मुकाबला होगा। (वार्ता)