पूर्व पहलवान बबीता धरना स्थल पर आई और पहलवानों की मांगे सुनी।उन्होंने कहा , मैं हल निकालने की कोशिश करूंगी। मैं पहले पहलवान हूं और फिर राजनेता। मैं इनका दर्द समझती हूं और मैं इनकी मांगे पूरी करने की कोशिश करूंगी।
बजरंग, अंशु मलिक, साक्षी और विनेश ने मांग की है कि डब्ल्यूएफआई को भंग करके नया महासंघ बनाया जाये ।बबीता के जाते ही पहलवानों में से बजरंग, उनकी पत्नी संगीता, विनेश, सरिता मोर, अंशु मलिक, अंतिम पंघाल को खेल सचिव सुजाता चतुर्वेदी ने भी बातचीत के लिये बुलाया।
वहीं पहलवानों के समर्थन में धरना स्थल पर पहुंची माकपा नेता बृंदा कारत को पहलवानों ने यह कहकर वहां से जाने के लिये कह दिया कि वे इस प्रदर्शन को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहते।बजरंग ने कहा , हम आपसे निवेदन करते हैं मैडम कि इसे राजनीतिक नहीं बनाये।(भाषा)