प्रदर्शनकारी पहलवान विनेश फोगाट ने हाल ही में पटियाला में खेले गए राष्ट्रीय ट्रायल्स में बमुशकिल 50 किग्रा भारवर्ग में शिवानी को 11-6 से हराकर अगले महीने किर्गिस्तान के बिश्केक में होने वाले पेरिस ओलंपिक क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट में जगह पक्की कर ली।हालांकि जकार्ता एशियाई खेलों की यह स्वर्ण पदक विजेता हालांकि 53 किग्रा का मुकाबला तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर अंजू से 0-10 से हार गईं।
उनको नापसंद करने वालों ने हार के बाद हुई उनकी जीत नजरअंदाज कर दी और उनका मजाक उड़ाने लग गए। इसका जवाब विनेश फोगाट ने ट्विटर पर दिया और अपने दुश्मन को धैर्य रखने की सलाह दी।
गौरतलब है कि आईओए द्वारा गठित तदर्थ समिति ने 53 किलो वर्ग के लिये अंतिम ट्रायल आयोजित किया जिसमें इस भारवर्ग के शीर्ष चार पहलवान उतरे। ट्रायल के विजेता को अंतिम से मुकाबला करना था और उसमें विजयी रहने वाली पहलवान भारत का प्रतिनिधित्व पेरिस ओलंपिक में करती । लेकिन विनेश फोगाट जूनियर पहलवान अंशू से ही हार बैठी और अंतिम तक भी नहीं आ सकी।
विनेश फोगाट ने 53 के अलावा 50 किलो भारवर्ग में भी अपना नाम दिया है हालांकि इससे 50 किलो भारवर्ग में उतरे पहलवान शिकायत करने लगे।ट्विटर पर मौजूद खेल प्रेमियों का मानना था कि विनेश फोगाट अपने करियर के लिए भारत के ओलंपिक पदक तालिका का नुकसान कर रही हैं। ना ही वह ओलंपिक में अब तक कुछ खास कर पाई है, और उनके 50 किग्रा भारवर्ग में शिरकत करने के कारण युवा पहलवानों को मौका नहीं मिलेगा।