Vinesh Phogat Bold Claims : पेरिस ओलंपिक में फाइनल इवेंट में अयोग्य घोषित होने की वजह से खाली हाथ स्वदेश लौटने के बाद विनेश फोगाट ने कुश्ती से संन्यास लिया और अपने गृह राज्य हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गईं। राजनीति में शामिल होने के बाद उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान कुछ ऐसे आरोप लगाए हैं और ऐसे खुलासे किए हैं जिसे सुन आप हैरान हो जाएंगे। कुछ ही दिनों पहले विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की खबर आई, हालांकि बजरंग को टिकट नहीं मिली 30 वर्षीय को आगामी चुनावों के लिए जुलाना विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा गया है।
ओलंपिक में जब विनेश डिसक्वालिफाई हुईं थी तो पुरा देश दुखी था क्योंकि जिस तरह वे खेली थीं, भारत के लिए गोल्ड पक्का था लेकिन 100 ग्राम वजन ज्यादा निकलने की वजह से वे अयोग्य घोषित की गई थी, उसके बाद उन्होंने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में अपनी अयोग्यता के खिलाफ अपील भी की लेकिन एक हफ्ते की सुनवाई के बाद फेसला उनके पक्ष में नहीं आया और उन्हें खाली हाथ स्वदेश लौटना पड़ा। अब उन्होंने हालही में दिए एक इंटरव्यू के दौरान कुछ ऐसी चीज़ों का खुलासा किया है जो वाकई हैरान करने वाले हैं।
सरकार चाहती तो मेडल मिल सकता था
विनेश फोगाट ने आरोप लगाया कि सरकार ने इतने प्रयत्न नहीं किए अगर भारत सरकार चाहती तो देश को सातवां और पहला गोल्ड मिल सकता था। उन्होंने कहा "अकेले नागरिक और देश के लड़ने में फर्क होता है, वही फर्क मेरे साथ था। मैं अकेले खड़ी थी वहां पर, सरकार अपनी तरफ से रिप्रेजेंट करती तो कुछ हो सकता था...बोलते हैं न मोदीजी का डंका बजता है, अगर वो डंका वहां बजा देते तो शायद 6 की जगह 7 मेडल हो सकते थे"
जब उनसे पूछा गया कि आप जब डिसक्वालिफाई हुईं तो खेल मंत्री का किसी और मंत्री का आपके पास कॉल आया था? विनेश ने कहा उनके पास एक मंत्री का कॉल आया था लेकिन वे उसका जिक्र नहीं करना चाहेंगी। उन्होंने कहा कि एक का आया था लेकिन मैंने बात करने से मना कर दिया। रिपोर्टर ने पूछा क्या वे प्रधानमंत्री मोदी थे? विनेश ने कहा कि वे नहीं बताना चाहेंगी।
प्रधानमंत्री के बारे में ही आगे बात करते हुए रिपोर्टर ने पूछा कि अगर आप मेडल जीतकर आती और प्रधानमंत्री मोदी आपसे मिलते तो क्या दृश्य होता? विनेश फोगट ने कहा कि एक तो मुझे नहीं पता मैं उनसे मिलती भी या नहीं, ये फैसला मैं नहीं मेरे अपने करते, वे लोग करते जो बुरे समय में मेरे साथ थे और मुझे नहीं पता कि जब मिलती तो क्या होता क्योंकि जब हम जंतर मंतर पर लड़ाई लड़ रहे थे तब तो आप चुप थे"
CAS में अपील मैंने की थी भारतीय सरकार ने नहीं
रिपोर्टर ने पूछा की डिसक्वॉलिफिकेशन के बाद हरीश साल्वे गए सरकार की तरफ से, और जो PT Usha और संजय सिंह कह रहे थे कि हम कोशिश कर रहे हैं कि विनेश को सिल्वर मिले, वो सब क्या था?
विनेश फोगाट ने कहा सब जगह राजनीति थी। इसलिए हमने सोचा कि हम ही पॉलिटिक्स कर लेते हैं ताकि जो चीज़ें हमने झेली वो आने वाली पीढ़ी को न झेलनी पड़े।"
हरीश साल्वे जी तो अगले दिन जुड़े थे। केस मैंने फाइल किया, भारतीय सरकार ने नहीं। वो तो थर्ड पार्टी बनी थी। हम इंडिया को रिप्रेजेंट करते हैं और हमें रिप्रेजेंट कौन करता है? भारत सरकार ही न। लेकिन वो तो मीडिया में बयान के लिए दौड़ रहे थे, किसी और के कंधे पर बन्दुक चलाने की कोशिश कर रहे थे।
भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा सिर्फ अस्पताल में फोटो खिचाने आईं थी
विनेश फोगाट ने भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा (P.T. Usha) पर पेरिस ओलंपिक 2024 से अयोग्य घोषित होने के बाद कठिन समय में उनका समर्थन करने का नाटक करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा पीटी उषा ओवरवेट मामले के बाद सिर्फ फोटो खिचाने के लिए उनसे मिली थी।
(Credit : IOC)
विनेश ने कहा, 'एक फोटो खींची गई...जैसा कि आपने कहा, राजनीति में बहुत कुछ बंद दरवाजों के पीछे होता है। इसी तरह वहां (पेरिस में) भी राजनीति हुई. इसलिए मेरा दिल टूट गया. वरना बहुत सारे लोग कह रहे हैं कि 'कुश्ती मत छोड़ो'। मुझे किसलिए जारी रखना चाहिए? हर जगह राजनीति है।”
उन्होंने आगे कहा “आप अस्पताल के बिस्तर पर हैं, जहाँ आप नहीं जानते कि बाहर जीवन में क्या हो रहा है, आप अपने जीवन के सबसे बुरे दौर से गुज़र रहे हैं। उस जगह पर, बस सबको दिखाने के लिए कि आप मेरे साथ खड़े हैं, आप बिना बताए फोटो खींच रहे हो, फिर सोशल मीडिया पर डाल के बोल रहे हो हम साथ में खड़े हैं"
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) अभी भी बृजभूषण सिंह चलाते हैं
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष संजय सिंह जिन्होंने पेरिस ओलंपिक के दौरान कहा था कि वे पूरी कोशिश कर रहे कि विनेश को सिल्वर मेडल मिले, उसके बारे में उन्होंने बात करते हुए कहा "जब संजय सिंह वहां था तो उससे आप पॉजिटिव रिजल्ट की उम्मीद नहीं कर सकते, संजय सिंह पर डाउट ही डाउट है, वो बृजभूषण का ही डमी कैंडिडेट है। आज भी संघ बृजभूषण के घर से ही चलता है, किसी में हिम्मत है तो जाकर उसके घर देखले।"
इस तरह के कुछ आरोप और खुलासे विनेश ने एक इंटरव्यू के दौरान किए, जिसे सुनकर लोग हैरान हैं और अलग अलग रिएक्शन दे रहे हैं।
Vinesh Phogat received :
- 6 crore on her training
-Pvt coach & dietitian of her choice
-Pvt physio of her choice
-40 day Training with all in Budapest
-After her disqualification, the Modi govt appointed top lawyer Harish Salve to represent her.