'युवा लड़ाकों' के दम पर पहले टी-20 में विराट देंगे टक्कर, बारिश बन सकती है बाधा
शनिवार, 14 सितम्बर 2019 (17:29 IST)
धर्मशाला। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 3 मैचों की टी-20 सीरीज के धर्मशाला में होने वाले पहले मैच पर बारिश का साया मंडरा रहा है। धर्मशाला में शनिवार दोपहर को भी बारिश शुरू हो गई। दक्षिण अफ्रीका की टीम अभ्यास करके वापस होटल के लिए निकल गई। कुछ देर बाद जब भारतीय टीम स्टेडियम में पहुंची तो बारिश शुरू हो गई। टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज व उपकप्तान रोहित शर्मा ने करीब 10 मिनट नेट पर बैटिंग प्रैक्टिस की और बारिश शुरू होने पर वे पैवेलियन में चले गए। इस मैच में युवा क्रिकेटरों पर सबकी नजर रहेगी।
भारतीय मैदान पर दोनों देशों के बीच यह दूसरी सीरीज होगी। दक्षिण अफ्रीका ने इससे पहले 2015 खेली गई 3 मैच की सीरीज को 2-0 से अपने नाम किया था और एक मैच बारिश कारण नहीं हो सका था। घरेलू मैदान पर भारतीय टीम अफ्रीकी टीम के खिलाफ सीरीज तो दूर की बात है, एक मैच भी नहीं जीत सकी है।
टीम की असली परीक्षा अब क्विंटन डी कॉक और कैगिसो रबाडा के खिलाफ इस श्रृंखला के साथ शुरू होगी। रबाडा का अच्छा स्पैल और डेविड मिलर का प्रदर्शन भारतीयों के लिए चुनौती पेश कर सकता है जबकि फाफ डु प्लेसिस और हाशिम अमला की अनुपस्थिति में कुछ अन्य टेस्ट विशेषज्ञ जैसे टेम्बा बावुमा या एनरिक नार्जे अपनी अहमियत साबित करना चाहेंगे।
अगले साल अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले विश्व टी-20 के लिए टीम का सही संयोजन तैयार करने की मुहिम में कप्तान कोहली और मुख्य कोच रवि शास्त्री के लिए लगभग 20 मैच बचे हैं। अब भी कई सवाल ऐसे हैं जिनका जवाब टीम प्रबंधन को अगले 13 महीनों में देना होगा और इस दौरान आईपीएल भी आयोजित किया जाएगा।
कोहली, उपकप्तान रोहित शर्मा, ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या और मुख्य तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (इस श्रृंखला में आराम दिया गया) को छोड़कर शुरुआती एकादश में कम से कम 7 स्थान और 15 सदस्यीय टीम में 4 और स्थान खिलाड़ी हासिल कर सकते हैं।
महेंद्र सिंह धोनी का संन्यास लेना व्यक्तिगत फैसला होगा लेकिन क्या टीम प्रबंधन का इरादा चयन समिति की तरह आगे बढ़ने का है? इसके बारे में अभी तक कुछ पता नहीं है और ऋषभ पंत का प्रदर्शन भी कोहली और शास्त्री के लिए चीजें आसान नहीं कर सकता।
मनीष पांडे पिछले कुछ वर्षों से टीम के साथ हैं और कर्नाटक के इस बल्लेबाज की काबिलियत को देखते हुए उन्हें जितने मौके मिले, वे उतना आत्मविश्वास हासिल नहीं कर पाए हैं। तो चौथे नंबर पर कौन होगा? पांडे या फिर दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान श्रेयस अय्यर, जो वेस्टइंडीज के दौरे पर वनडे के दौरान शानदार फॉर्म में थे।
एक अन्य पहलू स्पिनर युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव के छोटे प्रारूप के भविष्य का भी होगा। राजस्थान के लेग स्पिनर राहुल चाहर युवा प्रतिभाशाली गेंदबाज हैं और उन्हें भविष्य के गेंदबाज के रूप में देखा जा रहा है। ऑलराउंडर क्रुणाल पांड्या भी अच्छी तरह ढल रहे हैं और रवीन्द्र जडेजा का अनुभव भी कारगर साबित होगा। साथ ही भारत के पास युवा वॉशिंगटन सुंदर के रूप में बैकअप 'फिंगर स्पिनर' मौजूद है तो सवाल उठता है कि कुलदीप और चहल का स्थान टी-20 टीम में कहां है।
अंत में तेज गेंदबाजी विभाग में बुमराह की मौजूदगी निश्चित है लेकिन दीपक चाहर भी छोटे प्रारूप के लिए अहम हो सकते हैं। फिर नवदीप सैनी और खलील अहमद के रूप में भी विविधता मौजूद है लेकिन दोनों काफी रन गंवाते हैं। अगले 13 महीनों में कोहली ये सभी जवाब ढूंढना चाहेंगे।