दोनों टीमों के बीच इस स्तर पर यह पहला मैच था जिसमें भारतीय टीम ने विक्रम प्रताप सिंह के गोल से 26वें मिनट में बढ़त ले ली। टीम पहले हाफ में इस बढ़त को कायम रखने में सफल रही। जापान ने हालांकि दूसरे हाफ में सात मिनट के अंदर दो गोल कर मैच को अपने नाम कर लिया। कुराबा कोंदो ने 57वें और शोजी तोयामा ने 64वें मिनट में गोल किए।
फर्नांडिज ने कहा, इस प्रदर्शन से ना सिर्फ टीम का हौसला बढ़ेगा बल्कि प्रशंसकों और दूसरे हित धारकों में भी विश्वास जगेगा की हम अच्छा खेल सकते हैं। उन्होंने कहा, जापान के खिलाफ गोल करना हम सबके लिए खास क्षण था। ऐसी टीम के खिलाफ गोल कर बढ़त लेना काफी संतोषजनक है।
भारतीय कोच ने कहा, हमारा आत्मविश्वास शुरू से बढ़ा हुआ था और जब टीम ने बढ़त कायम की तो मैदान के बाहर बैठे खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ भी काफी उत्सुक हो गए। भारतीय टीम ने मलेशिया में खेली जाने वाली एएफसी अंडर-16 चैम्पियनशिप के लिए क्वालीफाई कर लिया और अभी अभ्यास दौरे पर जोर्डन में है।
भारतीय कोच ने कहा, इसमें कोई शक नहीं की हम जितनी टीमों के खिलाफ खेले हैं, उसमें जापान एशिया की सर्वश्रेष्ठ टीम है। गेंद को लेकर उनका आत्मविश्वास, सजगता और पास देने की काबिलियत कमाल की है। ऐसे प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ पहले हाफ में बढ़त लेना हमारे भविष्य के लिए भी बहुत बड़ी प्रेरणा है। (भाषा)