मैरी पियर्स की नजरों में महिला टेनिस आज ज्यादा चुनौतीपूर्ण

मंगलवार, 25 फ़रवरी 2020 (23:20 IST)
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय पुरुष टेनिस शीर्ष स्तर पर 3 दिग्गज खिलाड़ियों नोवाक जोकोविच, राफेल नडाल और रोजर फेडरर के बीच सिमटा हुआ है लेकिन महिला टेनिस में मुकाबला ज्यादा खुला और चैलेंजिंग हो चुका है। यह मानना है चार बार की ग्रैंड स्लेम चैंपियन फ्रांस की मैरी पियर्स का। 
 
45 वर्षीय पियर्स राजधानी के आर के खन्ना टेनिस स्टेडियम में रौलां गैरो जूनियर वाइल्ड कार्ड सीरीज टूर्नामेंट के ब्रांड अंबेसेडर के तौर पर मौजूद थीं और उन्होंने 16 भारतीय जूनियर खिलाड़ियों के प्रदर्शन को देखने के बाद कहा, पुरुष टेनिस में निश्चित ही जोकोविच, नडाल और फेडरर का दबदबा चल रहा है लेकिन महिला वर्ग में हर ग्रैंड स्लेम के साथ एक नई चैंपियन सामने आ रही है जिसे खेल के लिए अच्छा संकेत माना जा सकता है। 
 
पियर्स ने अपने करियर में एकल वर्ग में 1995 में ऑस्ट्रेलियन ओपन और वर्ष 2000 में अपना घरेलू फ्रेंच ओपन खिताब जीता था। वह इसके अलावा 2000 में फ्रेंच ओपन का महिला युगल खिताब और 2005 में विबंलडन का मिश्रित युगल खिताब जीत चुकी हैं। उन्होंने भारत के महेश भूपति के साथ 2005 विबंलडन का मिश्रित युगल खिताब जीता था। 
 
पूर्व खिलाड़ी ने कहा, मेरे समय से अब तक महिला टेनिस में काफी बदलाव आ चुका है। पहले कड़ी प्रतिद्वंद्विता रहती थी और महिला टेनिस में काफी गहराई थी। शीर्ष 10 में मौजूद हर खिलाड़ी नंबर एक बनना चाहती थी। लेकिन आज मुकाबले इतने खुले हो चुके हैं कि कोई भी यह दावा नहीं कर सकता कि कौन ग्रैंड स्लेम खिताब जीतेगा और पूरे साल किस खिलाड़ी का दबदबा रहेगा। हर ग्रैंड स्लेम में एक नया चैंपियन देखने को मिल सकता है। 
 
वर्ष 2019 में ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जापान की नाओमी ओसाका ने, फ्रेंच ओपन का खिताब ऑस्ट्रेलिया की एश्ले बार्टी ने, विबंलडन का खिताब रोमानिया की सिमोना हालेप ने और यूएस ओपन का खिताब कनाडा बियांका आंद्रेस्कू ने जीता था। इससे पहले 2018 में ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब डेनमार्क की कैरोलिन वोज्नियाकी ने, फ्रेंच ओपन का हालेप ने, विबंलडन का जर्मनी की एंजेलिक केर्बर ने और यूएस ओपन का खिताब ओसाका ने जीता था। 2020 ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब अमेरिका की सोफिया केनिन ने जीता। 
 
पियर्स ने कहा, महिला टेनिस में आज मुकाबला बहुत खुला हो गया है और एक तरह से यह खेल के लिए अच्छा भी है कि हर बार  कोई नया चैंपियन सामने आ रहा है। लेकिन यह भी देखने में आ रहा है कि चैंपियन बनने के बाद कोई खिलाड़ी अपने प्रदर्शन में निरंतरता  बरकरार नहीं रख पाता है जो उनके समय में होता था। 
 
23 बार की ग्रैंड स्लेम विजेता अमेरिका की सेरेना विलियम्स के लिए फ्रांसीसी खिलाड़ी ने कहा,“सेरेना एक अविश्वसनीय खिलाड़ी हैं।  उन्होंने अपने करियर में शानदार उपलब्धियां हासिल की हैं। अपने पहले बच्चे को जन्म देने के बाद जब उन्होंने कोर्ट पर वापसी की तो वह  चार ग्रैंड स्लेम टूर्नामेंटों के फाइनल में भी पहुंची। हालांकि वह रिकॉर्ड 24वां ग्रैंड स्लेम हासिल नहीं कर पाई हैं। मैं उम्मीद करुंगी कि वह  जल्द ही यह उपलब्धि हासिल कर लें। 
 
पियर्स जूनियर वाइल्ड कार्ड सीरीज में उतरे भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन को देखकर काफी खुश नजर आईं। इस सीरीज के विजेताओं को पेरिस में मैक्सिको, ब्राजील और चीन के विजेता खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिलेगा और उनमें से विजेता को जूनियर रौलां गैरो चैंपियनशिप के मुख्य ड्रॉ में जगह मिलेगी। 
 
उन्होंने कहा, अनुभव के साथ ही आप बड़े स्तर पर पहुंच सकते हैं। जूनियर खिलाड़ियों को अच्छी सुविधाओं, प्रतियोगिताओं और अच्छे कोचों की जरुरत होती है। इसके साथ कड़ी मेहनत और लगन भी जरुरी है तभी जाकर आप एक बेहतर खिलाड़ी बन सकते हैं। मैं यहां इन बच्चों के खेल के स्तर को देखकर काफी खुश हूं और इससे यह पता लगता है कि भारत के पास टेनिस में काफी संभावनाएं हैं।

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