यहां भारतीय हॉकी के इतिहास पर ‘द इलस्ट्रेटेड हिस्ट्री आफ इंडियन हॉकी : अ सागा ऑफ ट्रायंफ, पेन एंड ड्रीम्स’ के विमोचन के मौके पर उन्होंने भाषा से बातचीत में कहा, ‘टीम अधिक फिट और फार्म में लग रही है लेकिन इसे विश्व कप जीतने का बड़ा लक्ष्य लेकर ही उतरना चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘अगर मैदान के भीतर और बाहर टीम एकजुट होकर खेली तो सेमीफाइनल तक जरूर पहुंचेगी और उसके बाद तो कोई भी टीम खिताब जीत सकती है। हमें दबाव झेलने की मानसिक तैयारी के साथ उतरना होगा। इसके अलावा आखिरी मिनटों में हो रही गलतियों पर भी अंकुश लगाना जरूरी है।’
उन्होंने यह भी कहा, ‘विश्व कप में सभी 16 टीमें पूरी तैयारी के साथ उतरी हैं लिहाजा किसी को हलके में लेने की गलती कतई नहीं करनी चाहिए। रियो ओलंपिक में हमने इसका खामियाजा भुगता था जब ग्रुप चरण में कनाडा से 2.2 से ड्रॉ खेला था।’