हरियाणा सरकार ने इस मामले की जांच जनवरी में सीबीआई को सौंप दी थी, क्योंकि पहलवान नरसिंह ने अपने खिलाफ साजिश का आरोप लगाया था। मामला सौंपे जाने के बाद सीबीआई ने मामला तो दर्ज किया था लेकिन नरसिंह का बयान दर्ज नहीं हुआ था। माना जा रहा है कि नरसिंह के बयान दर्ज हो जाने के बाद जांच में तेजी आएगी।
उल्लेखनीय नरसिंह डोप टेस्ट में 2 बार पॉजीटिव पाए गए थे। नाडा से हालांकि उन्हें क्लीनचिट मिली थी लेकिन खेल पंचाट ने उनकी दलीलें ठुकरा दीं थी और उन पर 4 साल का प्रतिबंध लगा दिया था। प्रतिबंध के बाद वे रियो ओलंपिक में भाग नहीं ले पाए थे। रियो में उन्हें कुश्ती के 74 किलो भार वर्ग में हिस्सा लेना था। (वार्ता)