स्पेन के विश्व कप विजेता मिडफील्डर जावी हर्नांडेज़ उन लोगों में शामिल हैं जिन्होंने भारतीय फुटबॉल टीम के मुख्य कोच पद के लिए आवेदन किया है।अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के लिए यह सुखद आश्चर्य है लेकिन वह उनके आवेदन पर विचार नहीं कर पा रहा है, क्योंकि वह इस स्टार फुटबॉलर पर खर्च होने वाली लागत वहन करने में सक्षम नहीं है।
Xavi wanted to become coach of Indian Football Team.
AIFF did not consider Xavi because they did not have money.
Those who have eggs in their brains and think we should appoint Xavi as head coach have clearly never followed Indian football. pic.twitter.com/divzcA14bZ
ऐसा पता चला है कि जावी ने अपने अकाउंट से ईमेल भेज कर इस पद के लिए आवेदन किया था।एआईएफएफ के एक सूत्र ने बताया, हां, उन्होंने (जावी) भारतीय सीनियर पुरुष फुटबॉल टीम के मुख्य कोच पद के लिए आवेदन किया है। उन्होंने खुद तकनीकी समिति के लोगों को अपना आवेदन भेजा है और ऐसा लगता है कि वह इस पद के लिए काफी इच्छुक हैं।
सूत्र ने कहा, हालांकि, जिन लोगों को महासंघ की अंतिम मंजूरी के लिए कार्यकारी समिति के पास कोच पद के उम्मीदवारों की सूची भेजने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, वे जानते हैं कि उन्हें इस पद पर नियुक्त करना आसान नहीं है।
उन्होंने कहा, आप जानते हैं कि जावी अब तक के सर्वश्रेष्ठ मिडफ़ील्डर्स में से एक हैं। लोग हमेशा (लियोनेल) मेस्सी के बारे में बात करते हैं, लेकिन जहां तक बार्सिलोना का सवाल है, वह (आंद्रेस) इनिएस्ता के साथ सबसे ऊपर हैं।
साइप्रस के स्टीफन कॉन्स्टेंटाइन, स्लोवाकिया के स्टीफन टारकोविच और भारत के खालिद जमील उन तीन उम्मीदवारों में शामिल हैं जिन्हें बुधवार को एआईएफएफ की तकनीकी समिति ने चुना था।
जमील इन तीनों में मनोलो मार्केज़ की जगह लेने की दौड़ में सबसे आगे दिख रहे हैं। मार्केज़ ने राष्ट्रीय टीम के लगातार खराब प्रदर्शन के बाद इसी महीने की शुरुआत में पद छोड़ दिया था। टीम की फीफा रैंकिंग गिरकर 133 पर आ गई है, जो पिछले नौ साल में उसकी सबसे निचली रैंकिंग है।
एआईएफएफ ने चार जुलाई को मुख्य कोच पद के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे। आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 13 जुलाई थी। कुल 170 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें लिवरपूल के पूर्व स्टार रॉबी फाउलर और हैरी केवेल जैसे बड़े नाम शामिल थे।
विश्व विजेता टीम का सदस्य
जावी स्पेन की उसे टीम के सदस्य थे जिसने 2010 में विश्व कप जीता था। उनकी मौजूदगी में स्पेन की टीम 2008 और 2012 में यूरोपीय चैंपियन बनी थी। इसके अलावा इस 45 वर्षीय खिलाड़ी ने बार्सिलोना के साथ पांच ला लीगा खिताब, तीन कोपा डेल रे ट्रॉफी और तीन यूईएफए चैंपियंस लीग ट्रॉफी जीती हैं।