योगेश्वर ने कहा कि मैं पूरी तरह फिट नहीं हूं। मेरे घुटने की चोट अभी तक ठीक नहीं हो पाई है। इसलिए मैं अभी मैदान में नहीं उतर पाया हूं। योगेश्वर ने 2012 के लंदन ओलम्पिक में कांस्य पदक जीता था लेकिन 2016 के रियो ओलम्पिक में उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा था। इसके लिए उनके घुटने की चोट भी जिम्मेदार रही थी।
योगेश्वर ने कहा कि अब ओलम्पिक मेरा लक्ष्य नहीं है।
रियो मेरे आखिरी ओलम्पिक थे। मेरी कोशिश यही है कि मैं 2018 में राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में खेल सकूं लेकिन इसके लिए मुझे फिट होना होगा। यदि मैं फिट रहा तभी इन दो खेल आयोजनों में हिस्सा लूंगा। उन्होंने स्पष्ट किया, मैं तभी उतरूंगा जब पूरी तरह से फिट हो जाऊंगा। मैं किसी का रास्ता नहीं रोकूंगा। (वार्ता)