25 वर्षीय भांबरी ने तीसरे और अंतिम क्वालीफाइंग दौर में पहला सेट गंवाने के बाद वापसी की और 1 घंटे 55 मिनट में कनाडा के पीटर पोलांस्की को 1-6, 6-3, 6-3 से शिकस्त दी। भांबरी ने इस तरह तीसरी बार ऑस्ट्रेलियाई ओपन पुरुष एकल मुख्य ड्रॉ में प्रवेश किया। वे 2015 और 2016 में पहले दौर में क्रमश: एंडी मरे और टामस बर्डिच से हार गए थे।
वहीं रामकुमार को निर्णायक सेट के 5वें गेम में सर्विस ब्रेक करने का मौका मिला लेकिन वे इसे अंक में नहीं तब्दील कर सके और अंत में तीसरे दौर के मुकाबले में कनाडा के वासेक पोसपिसिल से 4-6, 6-4, 4-6 से हार गए। ग्रैंडस्लैम में रामकुमार का अंतिम क्वालीफाइंग दौर में पहुंचना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
मेलबोर्न पार्क में उनके प्रदर्शन के बारे में पूछने पर भांबरी ने कहा कि मैं नहीं जानता कि मैं यहां बेहतर कैसे खेल पाता हूं। शायद यहां की परिस्थितियां मेरे मुफीद हैं या फिर मैं यहां के हालात को जानता हूं, क्योंकि मैं यहां खेल चुका हूं। पहले 2 प्रयास में वे मौके का फायदा नहीं उठा सके, क्योंकि शुरुआती दौर के मुकाबलों में उन्हें मजबूत प्रतिद्वंद्वियों से भिड़ना पड़ा था।