भारतीय ओलिंपिक संघ के भावी अध्यक्ष अभयसिंह चौटाला ने शुक्रवार को यहां अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति में भारतीय प्रतिनिधि रणधीरसिंह पर आईओए चुनावों को पेचीदा बनाने का आरोप लगाते हुए उनसे आईओसी पद से तुरंत इस्तीफा देने के लिए कहा।
आईओए का निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने के बाद चौटाला ने अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में उनके खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे, लेकिन बाद में नाम वापस लेने वाले रणधीरसिंह की जमकर खिंचाई की। उन्होंने साफ किया कि अब रणधीर आईओए महासचिव नहीं हैं, इसलिए वे आईओसी में भी भारतीय प्रतिनिधि बने रहने के हकदार नहीं हैं।
चौटाला ने कहा, मैं मांग करता हूं कि वे (रणधीरसिंह) तुरंत आईओसी से इस्तीफा दें। भारतीय होने के नाते उन्हें आईओसी में हमारा साथ देना चाहिए था, लेकिन समाधान करने के बजाय उन्होंने मामले को पेचीदा बना दिया।
उन्होंने कहा, वे अपनी कुर्सी बचाने के लिए हथकंडे अपना रहे हैं। यदि वे अपना इस्तीफा नहीं देते हैं तो हम आईओए में प्रस्ताव पास करके आईओसी के पास भेजकर उन्हें हटाने की मांग करेंगे। इस अवसर पर मौजूद सीनियर वकील आरके आनंद ने कहा कि ओलिंपिक चार्टर के अनुसार रणधीर अब अपने पद पर बने रहने के हकदार नहीं हैं।
चौटाला ने कहा, ओलिंपिक चार्टर के नियम 3-7 में साफ लिखा है कि जिस दिन कोई अपनी राष्ट्रीय ओलिंपिक संस्था के पदाधिकारी पद से हट जाता है, उस दिन के बाद वह आईओसी के अपने पद पर बने नहीं रह सकता है। (भाषा)