ऑस्ट्रेलिया के वायने आर्थर्स ने खुलासा किया है कि यदि वह विम्बलडन के क्वार्टर फाइनल में पहुँच जाते हैं तो फिर संन्यास लेने का अपना इरादा छोड़ देंगे।
36 वर्षीय आर्थर्स ने विंबलडन के बाद संन्यास लेने का फैसला किया था, लेकिन कल दुनिया के सातवें नंबर के खिलाड़ी टोमी रोबरेडो पर 6-3,7-6, 6-4 की जीत ने उन्हें इस फैसले पर दोबारा सोचने के लिए मजबूर कर दिया।
तीसरे दौर में आर्थर्स एक अन्य उम्रदराज खिलाड़ी 35 वर्षीय योनास ब्योर्कमैन से भिड़ेंगे और यदि वह इसमें जीत दर्ज कर लेते हैं तो फिर क्वार्टर फाइनल में पहुँचने के लिए उन्हें सिर्फ एक और मैच जीतना होगा।
आर्थर्स से जब पूछा गया कि क्या अंतिम आठ में पहुँचने पर वह संन्यास का अपना फैसला बदल देंगे? उन्होंने कहा कि मैं इस बारे में सोच रहा हूँ। यह संभव है। क्वार्टर फाइनल में पहुँचने पर मैं चोटी के 100 खिलाड़ियों में शामिल हो जाऊँगा और फैसला बदलने का मेरा मुख्य कारण भी यही रहेगा।