दर्शकों पर होगी कड़ी नजर

शुक्रवार, 11 जनवरी 2008 (16:32 IST)
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर एंड्रयू साइमंड्स के खिलाफ नस्ली टिप्पणियाँ किए जाने के बाद भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे के समय दर्शकों की तरफ से बदले की कार्रवाई किए जाने की आशंका से ग्रस्त क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने ऐसी किसी भी घटना के प्रति पूरी सख्ती बरतने की चेतावनी दी है।

सीए के नस्लभेद विरोधी विभाग के अधिकारी पीटर यंग ने कहा है कि भारतीय टीम जब दिसंबर-जनवरी में चार टेस्ट मैच खेलने के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेगी तो भारतीय खिलाड़ियों के खिलाफ नस्ली टिप्पणी करते हुए पाए जाने वाले दर्शकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने कहा कि हमारे यहाँ नस्ली बातों के लिए कोई जगह नहीं है और इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर दर्शक इस तरह की कोई हरकत करते हैं तो वह हमारी नजरों से छिप नहीं पाएँगे। नस्ली टिप्पणियाँ करने वाले दर्शकों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

यह पूरा मामला उस समय उठ खड़ा हुआ, जब मुंबई में बुधवार को खेले गए अंतिम वनडे मैच के दौरान साइमंड्स को निशाना बनाने वाले चार दर्शकों को नस्लभेदी हरकतों के आरोप में गिरफ्तार किया गया।

इससे पहले भी वडोदरा वनडे मैच के दौरान साइमंड्स ने दर्शकों के एक समूह की तरफ से 'बंदर जैसी आवाजें' निकाले जाने की बात कही थी।

इन घटनाओं के बाद ऐसी आशंका व्यक्त की जाने लगी है कि भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे के समय वहाँ के दर्शक इसका बदला लेने की नीयत से भारतीय खिलाड़ियों को निशाना बना सकते हैं।

हालाँकि दोनों देशों के क्रिकेट बोर्डों ने एक बयान जारी करके कहा है कि इस खेल में ऐसी बातों के लिए कोई जगह नहीं है।

इन्हीं कारणों से सीए ने भारत-ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला की शुरूआत के दो महीने पहले से ही अपनी सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद करना शुरू कर दिया है। यंग ने कहा कि दर्शकों पर निगरानी रखने के लिए क्लोज सर्किट कैमरे और पुलिसबलों की मौजूदगी पर सीए काफी खर्च करता है।

सीए फिलहाल सुरक्षा विशेषज्ञ सीन कैरोल की सेवाएँ भी ले रहा है। कैरोल ने सीए की नस्लभेद विरोधी नीति की समीक्षा के बाद इस समय भारत-आस्ट्रेलिया सिरीज के मैच आयोजित करने वाले राज्यों के साथ सुरक्षा इंतजामों की योजना बनाने में व्यस्त हैं।

कैरोल ने कहा कि नस्लभेद कि विरोधी नीति के तहत जारी निर्देशों का पालन न करने वाले दर्शकों की पहचान करने के बाद उन पर ऑस्ट्रेलिया के कानूनों के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्टेडियमों के भीतर नस्लभेद को घुसने नहीं दिया जाएगा।

ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों का रिकॉर्ड इस मामले में थोड़ा गड़बड़ रहा है1 श्रीलंकाई ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन तो उनकी टिप्पणियों से इतना आहत हो गए थे कि उन्होंने फिर कभी भी मैच खेलने के लिए यहाँ न आने तक की घोषणा कर दी थी। बहरहाल वह अगले महीने दो टेस्ट मैच खेलने यहाँ आएँगे।

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