भारी बिकवाली के दबाव में सेंसेक्स टूटा, निफ्टी भी गिरा

सोमवार, 28 जनवरी 2019 (17:17 IST)
मुंबई। अधिकतर विदेशी बाजारों से मिले कमजोर संकेतों के बीच वित्तीय, स्वास्थ्य और बैंकिंग समूहों में हुई भारी बिकवाली के दबाव में बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सोमवार को 368.84 अंक की तेज गिरावट के साथ 35,656.70 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 119 अंक की गिरावट में 10,661.55 अंक पर बंद हुआ।


अमेरिका में एक महीने से अधिक समय से जारी शटडाउन के खत्म होने से विदेशी बाजारों में रही शुरुआती तेजी का असर भी सेंसेक्स पर रहा। यह बढ़त के साथ 36,099.62 अंक पर खुला। अमेरिका और चीन के बीच होने वाली बातचीत तथा अमेरिकी फेडरल रिजर्व की आगामी बैठक के मद्देनजर निवेशकों के सतर्कता बरतने से अधिकतर विदेशी बाजारों में बिकवाली का दौर जारी रहा। इस दौरान आईटी और टेक कंपनियों में हुई लिवाली के दम पर सेंसेक्स शुरुआती पहर में 36,124.26 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर तक पहुंचा।

वित्तीय, बैंकिंग, बेसिक मटिरियल्स और ऑटो समूह में हुई बिकवाली के दबाव में सेंसेक्स 35,565.15 अंक के दिवस के निचले स्तर तक लुढ़क गया। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में एक फीसदी से अधिक की गिरावट के कारण तेल एवं गैस समूह के सूचकांक भी गिरावट में रहे। अंतत: सेंसेक्स गत दिवस की तुलना में 1.02 प्रतिशत की गिरावट के साथ 35,656.70 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की 30 में से मात्र सात कंपनियां हरे निशान में जगह बना पाईं।

निफ्टी का ग्राफ भी सेंसेक्स की तरह रहा। यह बढ़त के साथ 10,792.45 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान 10,804.45 अंक के दिवस के उच्चतम और 10,630.95 अंक के निचले स्तर से होता हुआ यह गत दिवस की तुलना में 1.10 प्रतिशत की गिरावट में 10,661.55 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 50 में से 36 कंपनियां गिरावट में और 14 तेजी में रहीं।

दिग्गज कंपनियों की अपेक्षा छोटी और मंझोली कंपनियों को अधिक दबाव झेलना पड़ा। बीएसई का मिडकैप 1.84 प्रतिशत यानी 270.28 अंक की गिरावट में 14,411.54 अंक पर और स्मॉलकैप 1.99 प्रतिशत यानी 278.66 अंक की गिरावट में 13,721.54 अंक पर बंद हुआ।

बीएसई में कुल 2,715 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ जिनमें से 1,964 के शेयर गिरावट में और 595 के तेजी में रहे जबकि 156 कंपनियों के शेयरों के भाव अपरिवर्तित रहे। विदेशी बाजारों में गिरावट का रुख रहा। यूरोपीय बाजारों में आरंभिक कारोबार में ब्रिटेन का एफटीएसई 0.01 प्रतिशत की तेजी में और जर्मनी का डैक्स 0.10 प्रतिशत की गिरावट में रहा। एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग 0.03 प्रतिशत की तेजी में बंद हुआ जबकि जापान का निक्की 0.60 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.02 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.18 प्रतिशत लुढ़क गया।

बीएसई के 20 समूहों में दो के सूचकांक बढ़त में रहे। टेक में 0.80 प्रतिशत और आईटी में 0.42 प्रतिशत की तेजी रही। शेष 18 समूहों के सूचकांक गिरावट में रहे। बेसिक मटिरियल्स के सूचकांक में 2.09 प्रतिशत, सीडीजीएंडएस में 0.67, ऊर्जा में 1.13, एफएमसीजी में 1.27, वित्त में 2.01, स्वास्थ्य में 2.08, इंडस्ट्रियल्स में 1.56, दूरसंचार में 0.75, यूटिलिटीज में 1.03, ऑटो में 1.40, बैंकिंग में 1.86, पूंजीगत वस्तु में 0.47, सीडी में 0.65, धातु में 1.29, तेल एवं गैस में 1.04, बिजली में 1.38, रियल्टी में 0.15 और पीएसयू में 0.80 प्रतिशत की गिरावट रही।
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में सात हरे और 23 लाल निशान में रहीं। टीसीएस में 1.71, कोल इंडिया में 1.51, एलएंडटी में 1.17, पावर ग्रिड में 0.97, एशियन पेंट्स में 0.56, एचसीएल टेक में 0.33 और एनटीपीसी में 0.07 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई।

बिकवाली का सबसे अधिक दबाव यस बैंक को झेलना पड़ा। बैंक के शेयरों के दाम 5.46 प्रतिशत लुढ़क गए। बजाज फाइनेंस में 5.40, आईसीआईसीआई बैंक में 3.82, इंडसइंड बैंक में 3.10, हीरो मोटोकॉर्प में 2.55, सनफार्मा में 2.52, बजाज ऑटो में 2.29, वेदांता में 1.80, एक्सिस बैंक में 1.77, आईटीसी में 1.65, टाटा स्टील में 1.55, एचडीएफसी में 1.47, महिंद्रा एंड महिंद्रा में 1.41, रिलायंस इंडस्ट्रीज में 1.34, भारतीय स्टेट बैंक में 1.28, भारती एयरटेल में 0.75, टाटा मोटर्स में 0.72, हिंदुस्तान यूनीलीवर में 0.70, एचडीएफसी बैंक में 0.50, कोटक महिंद्रा बैंक में 0.32, इंफोसिस में 0.27, ओएनजीसी में 0.18 और मारुति सुजुकी में 0.12 प्रतिशत की गिरावट रही।

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