मुंबई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उबाल से घरेलू शेयर बाजार सोमवार को दबाव में आ गए और बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक 495.10 अंक यानी 1.26 प्रतिशत लुढ़ककर डेढ़ सप्ताह के निचले स्तर 38,645.18 अंक पर आ गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 158.35 अंक यानी 1.35 प्रतिशत की गिरावट के साथ 11,594.45 अंक पर बंद हुआ।
अमेरिका द्वारा ईरान पर प्रतिबंध बढ़ाने की तैयारी से कच्चे तेल की आपूर्ति कम होने की आशंका बनी है। इससे ब्रेंट क्रूड के दाम 74 डॉलर प्रति बैरल को पार कर इस साल के उच्चतम स्तर 74.31 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गए। कच्चे तेल की कीमत बढ़ने से घरेलू बाजारों मे तेल एवं गैस और ऊर्जा क्षेत्र की कंपनियों में भारी गिरावट देखी गई।
बैंकिंग एवं वित्तीय क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों में भी बिकवाली रही। सेंसेक्स की गिरावट में रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ बैंकों तथा ऑटों कंपनियों का सबसे ज्यादा योगदान रहा। यस बैंक के शेयर साढ़े छह फीसदी से ज्यादा और इंडसइंड बैंक के चार प्रतिशत से अधिक लुढ़के। रिलायंस इंडस्ट्रीज में पौने तीन प्रतिशत और आईसीआईसीआई बैंक में ढाई प्रतिशत की गिरावट रही।
सेंसेक्स की मात्र पांच कंपनियां ही हरे निशान में रहीं। भारती एयरटेल, टीसीएस और इंफोसिस ने बाजार को संभालने का प्रयास किया। डॉलर की तुलना में रुपए की गिरावट ने भी निवेशकों की निवेश धारणा को कमजोर किया।