मुंबई। अमेरिका के चीनी उत्पादों पर टेरिफ बढ़ाने से दोनों देशों के बीच व्यापार तनाव बढ़ने के कारण वैश्विक स्तर पर हुई भारी गिरावट और घरेलू स्तर पर जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के सरकार के संकल्प से बने कमजोर निवेश धारणा के कारण शेयर बाजार में भूचाल आ गया और यह 5 महीने से अधिक निचले स्तर पर लुढ़क गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 418.38 अंक गिरकर 37 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 36699.84 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 134.75 अंक टूटकर 10862.60 अंक पर रहा। बीएसई में बड़ी कंपनियों से अधिक छोटी और मझौली कंपनियों पर दबाव रहा जिससे बीएसई का मिडकैप 1.26 प्रतिशत गिरकर 13376.45 अंक पर और स्मॉलकैप 1.69 प्रतिशत लुढ़ककर 12284.63 अंक पर रहा।
बीएसई में टेलीकॉम 1.56 प्रतिशत, आईटी 0.69 प्रतिशत और टेक 0.72 प्रतिशत की बढ़त को छोड़कर सभी समूह गिरावट में रहे जिसमें पॉवर समूह में सबसे अधिक 2.56 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। बीएसई में कुल 2,563 कंपनियों में कारोबार हुआ जिसमें से 1,690 गिरावट में और 734 बढ़त में रहे जबकि 139 में कोई बदलाव नहीं हुआ।
वैश्विक स्तर पर चौतरफा बिकवाली देखी गई। अमेरिकी बाजार लाल निशान में खुले। यूरोप और एशिया के लगभग सभी बाजार लाल निशान में बंद हुए। ब्रिटेन का एफटीएसई 2.30 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 2.56 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 2.85 प्रतिशत, जापान का निक्की 1.74 प्रतिशत, जर्मनी का डैक्स 1.69 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 1.62 प्रतिशत शामिल है।